नई दिल्ली. 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा को लेकर केंद्रीय मंत्री समूह और राज्यों की बैठक अभी जारी है। ये बैठक सुबह 11.40 बजे शुरू हुई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक का तकरीबन 3 घंटे तक चलने का अनुमान है। सूत्रों का कहना है कि बैठक में साइंस, कॉमर्स आदि तकरीबन 19 विषयों की परीक्षा करवाने की तैयारियों पर विचार किया जा सकता है औऱ बाकी पेपरों को रद्द किया जा सकता है।
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रियों व सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक हो रही है, जिसमें 12वीं बोर्ड की लंबित परीक्षाओं एवं पेशेवर पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर चर्चा की जा रही है।
सीबीएसई के सूत्रों के अनुसार, इसके तहत जिन संभावित विकल्पों पर विचार किया जा सकता है, उनमें कागज-कलम आधारित लिखित प्रारूप में केवल मुख्य विषयों की परीक्षा लेना, विभिन्न राज्यों एवं जिलों में कोविड-19 की स्थिति के अनुरूप दो चरणों में परीक्षा आयोजित करना अथवा परीक्षा रद्द करना एवं वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के तहत परिणाम घोषित करना शामिल है। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हालांकि कहा है कि अभी कुछ भी अंतिम रूप से तय नहीं हुआ है और सभी पक्षकारों के सुझावों पर विचार करने के बाद शिक्षा मंत्रालय अंतिम फैसला करेगा।
गौरतलब है कि 14 अप्रैल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित और 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में किया गया था। ये परीक्षाएं 4 मई से 14 जून के बीच होनी थीं। कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, लगभग सभी राज्य शिक्षा बोर्डों, सीबीएसई और आईसीएसई ने अपनी बारहवीं कक्षा की परीक्षा, 2021 को स्थगित कर दिया है। छात्रों एवं अभिभावकों का एक बड़ा वर्ग बोर्ड परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहा है हालांकि स्कूलों के प्रचार्यो की परीक्षा के विकल्पों को लेकर अलग अलग राय है। इसके अलावा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल कालेजों में दाखिले के लिये नीट प्रवेश परीक्षा एवं कुछ अन्य परीक्षा स्थगित की।