जोधपुर: जोधपुर जिले के देचू थाना इलाके में पाकिस्तान के 11 विस्थापितों के शव मिले हैं। यह शव लोड़ता गांव के एक खेत में बने कमरे से मिले हैं। यह लोग पाकिस्तान से विस्थापित होकर यहां आए थे और खेत में करसा का काम करते थे। पहली नजर में सभी की मौत का कारण कीटनाशक के छिड़काव या कोई जहरीली वस्तु खा लेने से माना जा रहा है। हालांकि, इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हालांकि परिवार का एक सदस्य जीवित पाया गया है। ये लोग देचु इलाके के लोदता गांव में एक झोंपड़ी में रहते थे। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बरहाट ने कहा, ‘‘लेकिन उसने घटना की कोई जानकारी न होने का दावा किया। ऐसा माना जा रहा है कि यह घटना रात की है।’’ बरहाट ने कहा, ‘‘हमें मौत की वजह अभी पता नहीं चली है लेकिन ऐसा लग रहा है कि परिवार के सभी सदस्यों ने रात में कोई रसायन खाकर आत्महत्या की है।’’
उन्होंने बताया कि झोंपड़ी के आसपास किसी रसायन की बदबू आ रही थी जिससे लगता है कि उन्होंने कुछ खाया है। परिवार के सभी सदस्य भील समुदाय के पाकिस्तान के हिंदू शरणार्थी थे और गांव में खेत में रह रहे थे जिसे उन्होंने खेतीबाड़ी के लिए बटाई पर लिया था। पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘किसी के भी शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं हैं और न ही किसी तरह की साजिश के सबूत हैं लेकिन हमने फॉरेंसिक टीम और श्वान दल बुलाया है।’’
प्रारंभिक सूचना से पता चला है कि किसी मुद्दे को लेकर परिवार में विवाद था। उन्होंने कहा, ‘‘जीवित बचे व्यक्ति से पूछताछ करने के बाद ही हम इस घटना के बारे में कुछ कहने की स्थिति में होंगे।’’