नई दिल्ली : खुफिया एजेंसी आईबी ने कहा है कि अब तक 11 भारतीयों ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएस जॉइन किया है । इसमें चार युवक महाराष्ट्र के कल्याण से थे, जिसमें से एक युवक, अरीब मजीद भारत लौट आया था। फिलहाल अरीब एनआईए की हिरासत में है।
अंग्रेजी अखबार मेल टुडे के मुताबिक आईबी की इस खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएस में शामिल हुए पांच भारतीयों की इराक और सीरिया में चल रहे युद्ध में मौत हो चुकी है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पांच भारतीय अब भी आईएस की ओर से इराक और सीरिया में लड़ रहे हैं।
मारे गए भारतीयों में बेंगलुरु का फैज मसूद, कल्याण का सहीम फारुख टंकी और कर्नाटक में सिमी का पूर्व लीडर अब्दुल कादिर सुल्तान अरमार हैं। इसके अलावा, पिछले महीने हैदराबाद से उच्च शिक्षा हासिल करने लंदन गया स्टूडेंट हनीफ वसीम भी सीरिया में मारा जा चुका है।
आईबी की रिपोर्ट में दर्ज सूचना के मुताबिक 11 में से 5 जिंदा भारतीय पिछले कुछ समय से खाड़ी देशों में रह रहे थे और वे मूल रूप से दक्षिण भारतीय हैं। फिलहाल खुफिया एजेंसियां सिर्फ कल्याण के चार युवकों- अरीब मजीद, अमन नईम, फहाद तनवीर शेख और सलीम फारुख टंकी को ही पहचान सकी हैं।
आईबी ने यह खुफिया रिपोर्ट इसी साल मार्च में संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में तैयार की थी। सरकार से सवाल पूछा गया था कि आईएस की ओर से कितने भारतीय युद्ध लड़ रहे हैं। हालांकि, गुप्त और खुफिया जानकारी होने की वजह से इसका जवाब सार्वजनिक तौर पर नहीं दिया जा सका।
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक आईएस की ओर से लड़ रहे कुछ भारतीय वापस आना चाहते हैं और अपने परिवारों के साथ संपर्क में हैं। इनमें से एक युवक ने तो भागने की कोशिश भी की थी, लेकिन सफल नहीं हो सका।
खुफिया एजेंसियों को यह भी जानकारी है कि इस समय भारत में करीब 35 रैडिकल जिहादी मुंबई, चेन्नै, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद में सक्रिय हैं। ये लोगों को आईएस में भर्ती कराने के मकसद से सक्रिय हैं। इन सभी पर आईबी की नजर है।