जयपुर: केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सामान्य श्रेणी में आर्थिक रूप से पिछडे लोगों को दस प्रतिशत आरक्षण के निर्णय को गरीबों के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की तरफ उठाया गया क्रांतिकारी कदम बताते हुए कहा कि उनके मंत्रालय ने दस प्रतिशत आरक्षण देने की दिशा में तैयारी शुरू कर दी है। जावडेकर ने जयपुर में एक कार्यक्रम में कहा कि आर्थिक न्याय दिलाने की दिशा में यह क्रांतिकारी निर्णय है। किसी भी जाति समूह के गरीब को आर्थिक न्याय देने का यह क्रांतिकारी निर्णय है और इस पर अमल करना शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आने वाले जून से शिक्षण संस्थानों में यह आरक्षण मिले, इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि यह सामाजिक न्याय का ऐतिहासिक फैसला है क्योंकि समाज का एक तबका गरीबी से जूझता रहे और गरीबी के कारण पढाई नहीं कर सके, उसे नौकरियों के अवसर नहीं मिलें तो वह गलत होगा। इसलिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने यह न्याय देने का काम किया। जावडेकर ने कहा कि कांग्रेस और अन्य वाम दलों ने भी अपने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस तरह के वादे किए थे, लेकिन उन्होंने आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को आरक्षण प्रदान करने का निर्णय नहीं लिया। कांग्रेस पर हमला करते हुए जावडेकर ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर था और उन्होंने दावा किया कि भाजपा के शासन में कोई घोटाला नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में जमीन, आकाश, पाताल, जल और वायु अर्थात सभी पंचमहाभूतों के क्षेत्र में घोटाला किया जबकि भाजपा सरकार के समय में किसी प्रकार का कोई घोटाला नहीं हुआ। उन्होंने राजग सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को भी गिनाया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि वह दुबई में जाकर कहते हैं कि भारत में असहिष्णुता बढ रही है लेकिन उन्हें कश्मीर में 1990 के दश में हुआ अत्याचार असहिष्णुता नहीं लगता। 1984 का सिख विरोधी दंगा उन्हें असहिष्णुता नहीं लगता। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद थे।