प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना संकट से निपटने के लिए लॉकडाउन के दूसरे चरण की शुरुआत की घोषणा कर दी। देश भर में अब 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा। आज प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार पूरा देश कर रहा था। प्रधानमंत्री ने आज अपने भाषण में भारत द्वारा अभी तक उठाए गए कदमों और भविष्य की रणनीति की रूपरेखा बताई। आए जानते हैं प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने और सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में क्या कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
- लॉकडाउन 3 मई तक: प्रधानमंत्री ने अगले 19 दिनों तक लॉकडाउन की घोषणा की। अब लॉकडाउन 2.0 3 मई तक लागू रहेगा। बता दें कि लॉकडाउन 1.0 की अवधि आज समाप्त हो रही थी।
- 20 अप्रैल से मिल सकती है सशर्त छूट: प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले एक हफ्ते तक देश में कोरोना वायरस हॉटस्पॉट की समीक्षा की जा रही है। 20 अप्रैल को इसी समीक्षा के आधार पर लॉकडाउन से सशर्त छूट मिल सकती है।
- मामले बढ़े तो वापस होगी छूट: प्रधानमंत्री ने कहा कि 20 अप्रैल से मिलने वाली रियायत इसी शर्त पर दी जाएगी कि कोरोना के मामले न बढ़ें। अगर आपके इलाके में कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो सारी रियायते वापस ले ली जाएगी।
- देशवासियों से लिए 7 वचन: प्रधानमंत्री ने आज देशावासियों से 7 बातों का ध्यान रखने को कहा, ये हैं घर के बुजुर्गों का ध्यान रखना, लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, घर में बने फेस कवर या मास्क उपयोग करना, इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय की सलाह मानें, आरोग्य सेतु मोबाइल एप डाउनलोड करें, गरीब परिवार की देखरेख करें, किसी को नौकरी से न निकालें, कोरोना योद्धाओं का सम्मान करें।
- भारत के पास 220 टेस्ट लैब: प्रधानमंत्री ने कहा कि जनवरी में हमारे पास कोरोना की जांच के लिए सिर्फ एक लैब थी, वहीं अब 220 से अधिक लैब्स में टेस्टिंग का काम हो रहा है। भारत में आज हम एक लाख से अधिक बेड्स की व्यवस्था कर चुके हैं।
- किसानों का ख्याल: प्रधानमंत्री ने कहा कि नई गाइडलइंस बनाते समय भी किसानों के हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर, प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो।
- समय पर कदम उठाए उसका मिला फायदा: प्रधानमंत्री ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर भारत में समय रहते कदम उठाए गए, इसका फायदा भारत को मिल भी रहा है। कई देशों में कोरोना विकराल रूप ले चुका है।
- भारत के पास पर्याप्त संसाधन : भारत में आज हम एक लाख से अधिक बेड्स की व्यवस्था कर चुके हैं। इतना ही नहीं, 600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं, जो सिर्फ कोविड के इलाज के लिए काम कर रहे हैं।
- समय पर फैसला लेने का मिला लाभ: प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अगर संभलकर फैसले न लिए होते तो आज भारत की क्या स्थिति होती इसकी कलपना करते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। हमने जो रास्ता चुना है, आज की स्थिति में वहीं हमारे लिए सही है।
- राज्य सरकारों ने शानदार काम किया: सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस रास्ते पर चला है, उसकी चर्चा आज दुनियाभर में होना बहुत स्वाभाविक है। देश की राज्य सरकारों ने भी स्थानीय इकाइयों ने भी इसमें बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है।