बाड़मेर। बालोतरा के जसोल गांव में रविवार को हुए हादसे में मरने वाले 15 लोगों में से 10 की मौत बिजली का करंट लगने से हुई थी। यह हादसा उस समय हुआ था जब तेज अंधड़ और बारिश के बीच रामकथा सुन रहे लोगों के ऊपर पंडाल गिर गया। हादसे में 14 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक घायल ने जोधपुर अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
बालोतरा के सरकारी नाहटा अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलराम पंवार ने बताया कि हादसे में मरने वालों में से 10 की मौत बिजली का करंट लगने से हुई। तीन लोगों की मौत सिर में चोट लगने और एक की व्यक्ति की मौत अंदरूनी रक्तस्राव के कारण हुई। इन 14 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि जोधपुर अस्पताल में सिर की चोट के चलते भर्ती कराए गए व्यक्ति ने रविवार रात अस्पताल में दम तोड़ा था। हादसे में घायल 24 लोगों का उपचार बालोतरा के नाहटा अस्पताल में अभी भी जारी है।
कथा के लिए तंबू लगाने और अन्य प्रबंध करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 336 (लोगों की जिंदगी को खतरे में डालने) और 304 ए (लापरवाही के कारण मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है। बालोतरा पुलिस थाने के जांच अधिकारी शैतान सिंह बताया कि एक स्थानीय निवासी की ओर से पुलिस में दर्ज शिकायत के आधार पर सोमवार देर शाम मामला दर्ज किया गया।