नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान ‘वायु” के प्रभाव से बचने के लिए 10 चीनी जहाजों ने भारत में पनाह ली है। इन सभी 10 जहाजों को महाराष्ट्र के रत्नागिरी बंदरगाह में ठहराया गया है। भारतीय तटरक्षक महानिरीक्षक केआर सुरेश ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मानवीय दृष्टिकोण के तहत सभी चीनी जहाजों को भारतीय तटरक्षक बल के सुरक्षा घेरा के रहने की इजाजत दे दी है।
बता दें कि अरब सागर में हवा के कम दबाव की स्थिति गहराने के कारण उत्पन्न चक्रवाती तूफान ‘वायु’ महाराष्ट्र से उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा मंगलवार को जारी बुलेटिन के अनुसार, सुदूर समुद्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र तेजी से बनने के कारण ‘वायु’ के 13 जून को गुजरात के तटीय इलाकों पोरबंदर और कच्छ क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है। गुजरात के मुख्य सचिव ने बताया कि चक्रवाती तूफान वायु 13 जून की सुबह वेरावल तट के आसपास लैंडफान करेगा।
हालांकि, उन्होंने ये भी बताया कि लोगों को वहां से हटाने की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है। विभाग ने अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान के और अधिक गंभीर रूप धारण करने की संभावना व्यक्त करते हुये कहा कि उत्तर की ओर बढ़ता ‘वायु’ 13 जून को सुबह गुजरात के तटीय इलाकों में पोरबंदर से महुवा, वेरावल और दीव क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इसकी गति 115 से 130 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।
मौसम विभाग ने इसके मद्देनजर सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में 13 और 14 जून को भारी बारिश होने और 110 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है। इसे देखते हुए गुजरात सरकार ने भी ‘हाई अलर्ट’ जारी करते हुये सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों को तैनात किया है। तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। साथ ही बंदरगाहों को खतरे के संकेत और सूचना जारी करने को कहा गया है।
(इनपुट-ब्यूरो और भाषा)