नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र 18 अक्टूबर को आहूत किया जाएगा। सोमवार को यहां जारी एक बयान में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने यह जानकारी दी। दीक्षित ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधान सभा वर्ष 2021 का तृतीय सत्र 18 अक्टूबर को पूर्वाह्न 11 बजे राज्यपाल द्वारा आहूत किये जाने का आदेश जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल द्वारा जारी आह्वान पत्र विधान सभा में प्राप्त हुआ है। उधर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत पार्टी के आला नेताओं ने सोमवार को आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने पर चर्चा की।
पास हो सकता है जनसंख्या नियंत्रण विधेयक
दीक्षित ने कहा कि 18 अक्टूबर, 2021 को बुलाये गये सत्र का एजेंडा सुनिश्चित करने के लिये कार्यमंत्रणा समिति की बैठक यथाशीघ्र आहूत कर आगे के कार्यक्रमों का निर्णय लिया जायेगा। सूत्रों के मुताबिक इस एक दिवसीय विशेष सत्र में ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ को लेकर चर्चा की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोनों सदनों को संबोधित करेंगे। एक दिन के विशेष सत्र में योगी सरकार जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पास करा सकती है, लंबे समय से इस बिल के पास होने पर चर्चा चल रही है।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उत्तर प्रदेश के लिए चुनाव रणनीति पर चर्चा की
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत पार्टी के आला नेताओं ने सोमवार को आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने पर चर्चा की। नड्डा के साथ भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष, केंद्रीय मंत्री तथा उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महासचिव (संगठन) सुनील बंसल ने भी करीब पांच घंटे तक चली बैठक में भाग लिया।
उत्तर प्रदेश में 100 दिन में 100 कार्यक्रम आयोजित करने का खाका तैयार किया गया- सूत्र
पार्टी के 11, अशोक रोड स्थित पूर्व मुख्यालय पर बैठक हुई जिसका इस्तेमाल अब चुनाव प्रबंधन के लिए वॉर रूम के रूप में किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि नेताओं ने उत्तर प्रदेश में मौजूदा स्थिति पर और वहां चुनाव संबंधी कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श किया। सूत्रों के अनुसार भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 100 दिन में 100 कार्यक्रम आयोजित करने का खाका तैयार किया है। पार्टी पहले ही घोषणा कर चुकी है कि राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग के 200 से अधिक सम्मेलन आयोजित किये जाएंगे।