देश भर में कोरोना संकट के बीच नक्सली भी अपनी गतिविधियां जारी रखे हैं। इस बीच छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। वहीं दूसरी ओर झारखंड के चतरा में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हासिल हुर्ह है। यहां प्रतिबंधित तृतीस सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी यानि टीएसपीसी को बड़ा झटका देते हुए गुप्त सूचना के आधार पर उसके कट्टर नक्सली बीरेंद्र उर्फ कामेश्वर उर्फ रंजीत राणा समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के घने जंगलों में सोमवार को नक्सलियों के एक समूह और सुरक्षाकर्मियों के एक संयुक्त दल के बीच हुई मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक 32 वर्षीय जवान शहीद हो गया। अधिकारियों ने कहा कि उड़ीपाल के जंगली इलाके में हुई मुठभेड़ में झारखंड के साहिबगंज निवासी मन्ना कुमार को गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सीआरपीएफ ने कहा कि सोमवार अपराह्न् लगभग 2.11 बजे उस समय मुठभेड़ शुरू हुई, जब सीआरपीएफ की स्पेशल एक्शन टीम और छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला रिजर्व समूह के जवान संयुक्त रूप से एक तलाशी और घेरेबंदी अभियान चला रहे थे।
झारखंड में 5 माओवादी गिरफ्तार
झारखंड में चतरा जिले की इटखोरी थाना पुलिस ने सोमवार को जिले में प्रतिबंधित तृतीस सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी यानि टीएसपीसी को बड़ा झटका देते हुए गुप्त सूचना के आधार पर उसके कट्टर नक्सली बीरेंद्र उर्फ कामेश्वर उर्फ रंजीत राणा समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक रिषभ झा ने कहा कि पुलिस ने इन पांच कट्टर नक्सलियों को गिरफ्तार कर तृतीय सम्मेल प्रस्तुति कमेटी नक्सली संगठन की कमर तोड़कर रख दी है।
इटखोरी थाने में आयोजित प्रेस वार्ता में झा ने कहा कि गिरफ्तार नक्सलियों के पास से 9 एमएम की एक पिस्तौल, एक मराठी बंदूक, एक खोखा, दर्जनों वर्दी, नक्सली पर्चा, विभिन्न कंपनियों के 19 मोबाइल फोन समेत बिना नम्बर की टेम्पो गाड़ी बरामद की है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ चतरा, हजारीबाग, लातेहार व पलामू जिले के विभिन्न थानों में नक्सलवाद, फिरौती, रंगदारी, मारपीट, चोरी, लूट व शस्त्र कानून के कई मामले दर्ज हैं। इन सभी मामलों में पुलिस को इनकी लंबे समय से तलाश थी।