Highlights
- मार्च के महीने में पर्यटकों से गुज़ार हुआ शिमला
- कुफरी और नाकंडा में अभी भी है बर्फ की सफेद चादर
- बर्फ भी सैलानियों को कर रही आकर्षित
मार्च का महीना आते ही मैदानी इलाकों में गर्मी और धूप ने अपना पहरा बैठाना शुरू कर दिया है। इसलिए लोग ठंड की तलाश में पहाड़ों की तरफ रुख करने लगे हैं। होली के बाद से ही शिमला में सैलानियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। करोबार में तेजी से पर्यटन कारोबारी भी काफी उत्साहित हैं। दो साल बाद मार्च के महीने में शिमला में सैलानियों की इतनी भीड़ देखी जा रही है। वीकेंड पर छुट्टियां मनाने पहुंच रहे लोगों से शिमला शहर पैक हो जा रहा है। शहर के होटलों में सौ फीसदी ऑक्यूपेंसी देखी जा रही है।
शहर के सभी पार्किंग फुल
होली के दिन दोपहर बाद का नज़ारा काफी देखने लायक था। शहर के सभी पार्किंग फुल हो गए थे। जगह नहीं मिलने की वजह से सैलानियों को रोड पर ही पार्क करना पड़ा। लिफ्ट से लेकर बैम्लोई चौक तक चौड़ी की गई सड़क पर सैलानियों ने गाड़ियां पार्क करनी शुरू कर दी । सर्कुलर रोड को मालरोड से जोड़ने वाली पर्यटन विकास निगम की लिफ्ट के बाहर वीकेंड पर सैलानियों की लंबी कतारें देखने को मिली।
कुफरी और नाकंडा में अभी भी बर्फ है
शिमला के अलावा कुफरी और नाकंडा में भी लोग काफी संख्या में पहुंच रहे हैं। मैदानों के मुकाबले शिमला का मौसम इन दिनों सुहावना बना हुआ है। कुफरी और नाकंडा में अभी भी बर्फ है। बर्फ भी सैलानियों को आकर्षित कर रही है। इसलिए यहां सैलानियों का आगमन भी बढ़ा है। दो साल बाद मार्च के महीना शुरू होती ही इतनी सैलानियों की भीड़ शिमला में देखी जा रही है। क्योंकि दो साल से इस महीने में कोरोना की वजह से लोग घरों में रहने को मजबूर थे। इस बार कोरोना का प्रकोप देश में लगातार कम होता दिख रहा है, इसलिए पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ देखी जा रही है।