पिछले साल भारतीय तटों पर आए चक्रवाती तूफानों में सैकड़ों लोगों ने जान गंवाई है। लेकिन अब यह बीते समय की बात हो जाएगी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) में वैज्ञानिक एवं अन्य एजेंसियां एक ऐसा मॉडल तैयार करने पर काम कर रही हैं जो छह से 12 घंटे पहले आंधी-तूफान का पूर्वानुमान बता सके। शीर्ष अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पिछले साल मानसून से पहले आये भीषण तूफानों से सबक लेते हुए मौसम विभाग ने यह तैयारी शुरू की है। उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों में इन तूफानों के कारण 200 से अधिक लोग मारे गये थे।
आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि आईएमडी, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) और राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ) से एक टीम ऐसे मॉडल पर काम कर रही है जो समय पूर्व आंधी-तूफान का पूर्वानुमान बता सके।
आईएमडी, आईआईटीएम और एनसीएमआरडब्ल्यूएफ पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत काम कर रही है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से एम. राजीवन ने कहा कि आंधी-तूफान की घटनाओं से निपटने के लिये इस साल आईएमडी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को लागू करने की योजना बना रहा है और यह राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एमएफडीए) के साथ मिलकर काम करेगा। पिछले साल मई में आंधी-तूफान के कारण 200 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी। राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ही पिछले साल तेज आंधी के कारण लगभग 180 लोगों की मौत हुई थी।