नई दिल्ली: देश में हर साल दस लाख लोग कैंसर का शिकार होते हैं और हर साल करीब छह लाख लोगों की मौत होती है। 'कैन सपोर्ट' एक ऐसी संस्था है जो कैंसर पेशेंट्स की मदद करती है, उन्हें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने की ताकत देती है। यह संस्था दिल्ली एनसीआर में कैंसर मरीजों की देखभाल करती है, मेडिकल मदद देती है, इमोशनल और साइकोलॉजिकल सपोर्ट देती है। इस संस्था के पास डॉक्टर्स और नर्सों की एक पूरी टीम है, जो घर घर जा कर कैंसर पेशेंट्स का इलाज करती है।
रोज सुबह साढ़े नौ बजे कैन सपोर्ट की टीम पेशेंट्स से मिलने निकल पड़ती है।जो कैंसर पेशेंट्स लास्ट स्टेज में होते हैं उन्हें साइकोलॉजिकल हेल्प देती हैं, और ऐसी दवाएं देती हैं जिससे उनका दर्द कम हो और वो फैमिली के साथ बेहतर टाइम बिता सकें। इंडिया टीवी के रिपोर्टर को कुछ ऐसे पेशेंट्स भी मिले जिन्हें कैंसर ट्रीटमेंट के लिए सही गाइडेंस नहीं मिल पा रही थी, उन्हें भी कैन सपोर्ट ने मदद की और उनका इलाज करवाया।
21 साल पहले हरमला गुप्ता ने यह संस्था शुरु की थी। वो खुद भी कैंसर सर्वाइवर हैं। 28 साल पहले उनका कैंसर डिटेक्ट हुआ था। उस दौरान हरमला ने कैंसर पीड़ितों की साइकोलॉजिकल और फायनांशियल कंडिशन बेहद करीब से देखी। जब वो ठीक हो गईं तो उन्होंने दूसरे गरीब पेशेन्ट्स की मदद करना शुरू किया।