नई दिल्ली : रिजर्व बैंक द्वारा इस साल दो बार नीतिगत दर में कटौती किये जाने के बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र के 23 बैंकों सहित कुल 70 बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया। रिजर्व बैंक ने पहले 15 जनवरी को और फिर चार मार्च 2015 को दो मौकों पर प्रमुख नीतिगत दर में हर बार 0.25 प्रतिशत की कटौती की।
वित्त राज्य मंत्री जयंत सिनहा ने राज्य सभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि देश में 91 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों में से 21 ने ही रिजर्व बैंक की दरों में कटौती के बाद आधार दर में कमी की है। इनमें चार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक हैं जबकि छह निजी क्षेत्र और 11 विदेशी बैंक हैं। उन्होंने बताया कि बैंकों द्वारा ब्याज दर में की गई कमी 0.1 से लेकर 0.5 प्रतिशत के दायरे में रही।
इस प्रकार 70 बैंकों ने अभी तक दरों में कटौती का लाभ अपने ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया है। सिन्हा ने लिखित जवाब में कहा, नीतिगत दर में कटौती के बाद 91 अनुसूचित वाणिज्यक बैंकों में से 21 बैंकों ने (अप्रैल 2015 तक) 0.1 से लेकर 0.5 प्रतिशत के दायरे में अपनी आधार दर में कमी की है। उन्होंने कहा कि इसके मुताबिक बैंकों द्वारा आवास और वाहनों के लिये मंजूर किये गये नये रुपया ऋण में औसत भारित ऋण दर में भी 0.085 प्रतिशत के दायरे में कमी आई है।
देश में कुल मिलकार 27 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, 20 निजी क्षेत्र और 44 विदेशी बैंक है जिनके पास अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक के तौर पर काम का लाइसेंस है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का 70 प्रतिशत बाजार हिस्सा है।