एक वक्त था जब कहा जाता था कि बच्चे बुढ़ापे की लाठी होते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं है। आजकल बेटे और बहू दोनों दोनों वर्किंग होते हैं ऐसे में मां-बाप का ख्याल रखने के लिए लोगों के पास समय नहीं है। ज्यादातर बच्चे मां-बाप से दूर नौकरी के सिलसिले में कहीं बाहर रहते हैं या जो साथ रहते हैं उनके घरों में नौकर होते हैं जो मां-बाप की जरूरतों का ख्याल रखने के लिए रखे जाते हैं। ऐसे में घर में दिनभर अकेले रहने के कारण लोगों में डिप्रेशन की समस्या बढ़ रही है। डिप्रेशन के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कई बार बीमारियों के कारण इंसान डिप्रेशन में चला जाता है। कुछ लोगों को अकेलापन डिप्रेशन और तनाव की ओर ले जाता है। ऐसे में अपने बुढ़ापे की प्लानिंग जवानी में ही कर लेनी चाहिए। अभी से कुछ ऐसी आदतों को लाइफस्टाइल का हिस्सा बना लें जो बुढ़ापे में आपको डिप्रेशन से दूर रखने में मदद करेंगी।
डिप्रेशन से बचने के लिए क्या करें?
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रुटीन सेट करें- बुढ़ापे में लोगों को खालीपन और अकेलापन सबसे ज्यादा सताता है। जिंदगी मानो ठहर सी जाती है। जिम्मेदारियों के खत्म होते ही आपकी जरूरत भी खत्म होने लगती है। भागदौड़ भरी जिंदगी में आपके लिए किसी के पास समय नहीं होता है। इसलिए बेहतर है कि हमेशा अपना एक रुटीन रखें। जैसे आप दिनभर त्या करें? कौन सा काम किस वक्त करना चाहिए? इससे आपका दिन आसानी से निकल जाएगा।
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व्यायाम है जरूरी- उम्र बढ़ने पर शरीर कमजोर हो जाता है और एक-एक करके कई बीमारियां लग जाती है। इसलिए बुढ़ापे में फिट रहना है तो अभी से फिटनेस पर ध्यान देना शुरू कर दें। रोजाना एक्सरसाइज, योग या किसी तरह का व्यायाम जरूर करें। इससे डिप्रेशन दूर रहेगा और आपकी मेंटल हेल्थ भी अच्छी रहेगी। एक्सरसाइज करने तनाव दूर रहता है।
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हेल्दी डाइट- जवानी में जैसा खाओगे बुढ़ापे में शरीर वैसा ही रहेगा। जी हां आपकी डाइट का असर आपकी सेहत पर बहुत पड़ता है। जो लोग जवानी में अच्छा खाते-पीते हैं उन्हें बुढ़ापे में होने वाली बीमारियां कम परेशान करती हैं। डिप्रेशन से बचने के लिए भी हेल्दी डाइट बहुत जरूरी है। अच्छे भोजन से मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
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अपने लिए निकालें वक्त- बुढ़ापे में डिप्रेशन से बचना हैं तो थोड़ा वक्त खुद के लिए भी जरूर निकालें। इसकी शुरुआत अभी से कर देनी चाहिए। रोज थोड़ी देर मेडिटेशन या योगा जरूर करें। ध्यान करने से तनाव और डिप्रेशन को कम किया जा सकता है। आप किसी रुचि के लिए भी थोड़ा समय जरूर निकालें। ये बुढ़ापे में आपके लिए बेहतर साबित होगा।
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शौक को जिंद रखें- अपनी कोई एक हॉबी को जरूर बरकरार रखें। इससे डिप्रेशन से बचने में मदद मिलेगी। आप खुद के लिए वक्त निकाल पाएंगे। बुढ़ापे में यही रुचि आपको बिजी रखने और डिप्रेशन से दूर रखने में मदद करेगी। इससे आप अपने शौक को जिंदा रख पाएंगे। नींद की समस्या नहीं होगी और आपको डिप्रेशन की समस्या भी कम होगी।