बदलते जीवनशैली में इन दिनों लोग जोड़ों की समस्या से बहुत ज़्यादा परेशान हो रहे हैं। जोड़ों के दर्द की समस्या के अलावा लगातार बैठे रहने से रीढ़ में दर्द की समस्या हो रही है, जिससे बुजुर्ग ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोग भी परेशान हैं। जो लोग जॉइंट के दर्द से परेशान होते हैं उन्हें घुटने, एड़ी, कलाई, कंधे या कोहनी में भी लगातार दर्द होते रहता है। स्वामी रामदेव के अनुसार गठिया की समस्या से युवा तेजी से शिकार हो रहे हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए विभिन्न तरह की दवाओं का सेवन करते हैं। लेकिन आप चाहे तो लाइफस्टाइल और खानपान पर थोड़ा सा बदलाव करके इस समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
ऐसे में अगर आपको जोड़ों या फिर रीढ़ की हड्डी के दर्द की समस्या का बहुत ज़्यादा सामना करना पड़ रहा है तो आप इस आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल करें। इस पीड़ांतक तेल के इस्तेमाल से जॉइंट्स के दर्द से छुटकारा मिलेगा। कई जड़ी-बूटियों से मिलकर बना ये तेल आपको जोड़ों के दर्द के साथ अर्थराइटिस की समस्या से भी निजात दिलाएंगा। जानिए स्वामी रामदेव से पीड़ांतक तेल बनाने का सही तरीका।
दर्द निवारक तेल बनाने के लिए सामग्री
1 लीटर तिल का तेल, 1 लीटर पानी, थोड़ी अजवाइन, थोड़ी सी मेथी, लहसुन 6-8 कली कटी हुई, अदरक 2-3 इंच, 2-3 इंच कच्ची हल्दी या फिर 1 चम्मच हल्दी पाउडर, थोड़ी सी अमरबेल, 4-5 निर्गुण्डी के पत्ते
ऐसे बनाएं दर्द निवारक तेल
सबसे पहले कड़ाही में तेल डालकर गर्म करेंगे। गर्म हो जाने के बाद उसमें लहसुन डालकर देंगे। कुछ सेकंड बाद उसमें अदरक, अजवाइन, मेथी डालें। इसके बाद इसमें हल्दी, अमरबेल, निर्गुंडी और आक के पत्ते डाल कर अच्छे से पकाएं। इसके साथ ही इसमें पानी डाल देंगे। अब इसे धीमी आंच में पकाएं। जब पानी बिल्कुल पक जाए तो गैस बंद कर दें। इसमें आपको करीब 1 से 2 घंटा लगेगा। इसके बाद इसे ठंडा होने के बाद किसी बोतल में भर लें। आपका पीडांतक तेल बनकर तैयार है। इसे रोजाना दिन में 2 बार प्रभावित जगह की मालिश करें।