हाई ब्लड प्रेशर एक आम बात सी हो गई है। खराब लाइफस्टाइल और बढ़ते तनाव से लोगों को बीपी हाई होने लगा है। आजकल हम जो दिनचर्या फॉलो कर रहे हैं उसके कारण कई खतरनाक बीमारियां चुपके से शरीर में घर करने लगी है। लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों में हाई ब्लड प्रेशर के मरीज काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसकी वजह सिर्फ उम्र ही नहीं है, बल्कि किडनी की बीमारियां, व्यायाम न करना, जेनेटिक वजह, मोटापा और कई से परेशानियों से भी हाई बीपी होने लगता है। कभी सिर्फ उम्र बढ़ने पर होने वाली बीपी की समस्या अब युवाओं को भी परेशान करने लगी है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप योग करें और अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करें।
स्वामी रामदेव की मानें तो रोजाना सिर्फ 20-15 मिनट योग करके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। योग से जेनेटिक बीपी की समस्या को भी आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। जिसमें आपको अनुलोम विलोम, भ्रामरी और प्राणायम के साथ कुछ योगाभ्यास भी शामिल करने होंगे। आइये जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए कौन से योगासन करने चाहिए?
हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए योग
वीरासन- ब्लड प्रेशर के मरीज को वीरासन जरूर करना चाहिए। इस सांस लेने वाले योगाभ्यास को हाई बीपी वालों के लिए अच्छा माना जाता है। रोजाना वीरासन करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल, नर्वस सिस्टम को हेल्दी और तनाव को कम किया जा सकता है।
कैसे करें वीरासन- इसके लिए आप जमीन पर घुटनो के बल बैठ जाएं और अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रख लें। अब हिप्स को एड़ियों के बीच में रखें और घुटनों के बीच की दूरी को कम कर लें। नाभि को अंदर खींचें और थोड़ी देर होल्ड करें। अब 30 सेकंड बाद रिलेक्स वाली स्थिति में आ जाएं।
शवासन- रोजाना शवासन करने से बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। इससे शरीर रिलेक्स होता है और ब्लड प्रेशर भी सामान्य स्थिति में पहुंच जाता है।
कैसे करें शवासन- इसके लिए योग मैट पर पीठ के बल आपको लेटना है और अब बॉडी को रिलेक्स करते हुए आंखें बंद कर लें। अपने पैरों को फैला लें और आराम दें। हाथों को शरीर के दोनों साइड बिना टच किए हुए रखें। हथेलियों को धीरे धीरे फैलाएं और पूरे शरीर को आराम की मुद्रा में लेकर जाएं. गहरी और धीमी सांस लें। इसी तरह 30 सेकंड रहें और फिर नॉर्मल हो जाएं।
बालासन- शरीर में बढ़ते ब्लड प्रेशर को बालासन करने से भी कंट्रोल किया जा सकता है। बालासन को बीपी के मरीज के लिए अच्छा योगाभ्यास माना जाता है। इससे बॉडी रिलैक्स होती है और रीढ़ की हड्डी को आराम मिलता है।
कैसे करें बालासन- इसके लिए वज्रासन में मुद्रा में बैठ जाएं और अब धीरे धीरे सांस लेते हुए हाथों को सर के ऊपर लेकर जाएं। सांस छोड़ें और आगे की ओर झुकें। अब अपने माथे को जमीन से टिकाएं और सांस का ध्यान रखें। 30 सेकंड के बाद नॉर्मल स्थिति में आ जाएं।