एक वक्त था जब झुकती रीढ़ और कमर दर्द बढ़ती उम्र का सिग्नल होती थी। लेकिन आज के समय में कम उम्र के लोग भी इन बीमारियों की गिरफ्त में आ रहे हैं। ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ कमर दर्द भी यंगस्टर्स की लाइफ का हिस्सा बन चुका है। सर्वाइकल और स्पांडिलाइसिस जैसी समस्या बच्चों तक के लिए कॉमन हो गई है।
स्टडीज़ की मानें तो देश में 100 में से 80 लोग कमर दर्द से परेशान हैं। आंकड़े बताते हैं कि लगभग हर शख्स अपनी लाइफ में किसी ना किसी तरह के स्पाइऩल संबंधी समस्या से जूझता है, जिसमें से स्पॉन्डिलाइटिस, सायटिका, स्लिप डिस्क, सर्वाइकल या फिर मसल्स पुल होना सबसे आम है।
योग से होगा बॉडी-माइंड डिटॉक्स, स्वामी रामदेव से जानिए कैसे करें शरीर को अंदर से साफ
वहीं दूसरी ओर कोरोना ने कमर दर्द के मरीज़ों की तादात को दो तरह से बढ़ाया है पहली वजह है वर्क फ्रॉम होम कल्चर, जिसमें ज्यादातर लोग जाने अनजाने में गलत पोश्चर में काम कर रहे हैं और वह रीढ़ से जुड़ी बीमारियों का कारण बन रही हैं। वहीं दूसरी वजह है कोरोना का साइड इफेक्ट, जिसने स्पाइन में इंफेक्शन दिया। जब दवाओं के बाद जब ये इंफेक्शन ठीक नहीं हुआ तो ऑपरेशन तक का सहारा लेना पड़ रहा है।
ऐसे में सवाल उठता है कि लैपटॉप के सामने किस तरह बैठें कि स्पॉडिलाइटिस न हो, मोबाइल पर कैसे काम करें ताकि सर्वाइकल से बचें और योग आयुर्वेद से स्पाइन संबंधी समस्याओं को कैसे क्योर किया जा सकता है। जानिए स्वामी रामदेव से कैसे नैचुरल तरीके से करीब 15 दिन में गर्दन, कमर दर्द आदि को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।
कमर-गर्दन में दर्द के कारण होने वाली बीमारियां
- स्पॉन्डिलाइटिस
- सायटिका
- स्लिप डिस्क
- सर्वाइकल
- मसल्स पुल
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स्पाइनल प्रॉब्लम की बड़ी वजह
- लैपटॉप पर देर तक काम
- फोन का ज्यादा इस्तेमाल
- गलत पॉश्चर में बैठना
- मोटापा
- एक्सरसाइज का गलत तरीका
स्पाइन को हेल्दी रखने के लिए योगासन
सूक्ष्म व्यायाम
- बॉडी को एक्टिव करता है
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है
- शरीर में थकान नहीं होती
- कई तरह के दर्द से राहत
- ऊर्जा, स्फूर्ति का संचार करता है
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
मकरासन
- हाई बीपी को करे कम
- वजन कम करने में करे मदद
- कमर दर्द में लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी को करे मजबूत
- बाजुओं को बनाए मजबूत
- लिवर को रखे हेल्दी
भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- छाती चौड़ी होती है
शलभासन
- फेफड़े सक्रिय होते हैं
- तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता है
- खून को साफ करता है
- शरीर को मजबूत और लचीला बनाता है
- हाथों और कन्धों की मज़बूती बढ़ाता
धनुरासन
- पाचन की परेशानी दूर होती है
- बवासीर में भी लाभ होता है
- छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती हैं
- पेट की चर्बी कम होता है
- मोटापे से छुटकारा मिलता है
- बीपी को करे कंट्रोल
- ब्लड शुगर को करे कंट्रोल
मर्कटासन
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है
- फेफड़ों के लिए फायदेमंद
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है
- एकाग्रता बढ़ती है
- गुर्दे, अग्नाशय, लीवर सक्रिय होते हैं
अर्द्ध पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
सेतुबंध आसन
- फेफड़ों को उत्तेजित करता है
- साइनस, अस्थमा के मरीजों को लाभ
- तनाव और डिप्रेशन कम करता है
- पीठ और सिर दर्द को दूर करता है
- नींद ना आने की बीमारी दूर करता है
- रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है
- हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे
- थायराइड में लाभकारी
ताड़ासन
- गठिया के लिए फायदेमंद
- दिल की बीमारी में कारगर
- शरीर को लचीला बनाए
- थकान, तनाव, चिंता दूर करता है
- पीठ, बांहों को मजबूत बनाए
तिर्यक ताड़ासन
- शरीर का मोटापा करे कम
- शरीर को ऊर्जावान बनाए
- हाई बीपी को करे कंट्रोल
- मन को शांत रखने में करे मदद
- भूलने की बीमारी मदद करे
- कद बढ़ाने में मददगार
- दिमागी थकान को दूर भगाए
त्रिकोणासन
- शरीर बैलेंस होगा।
- गर्दन, पीठ को मजबूत बनाने में कारगर
- लंबाई बढ़ाने में कारगर
- पेट की चर्बी करने में मददगार
रीढ़ संबंधी बीमारियों के लिए प्राणायाम
- कपालभाति
- अनुलोम विलोम
- उज्जायी
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
स्पाइन के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स
हाथों पर मसाज
- दाएं हाथ को बाएं हाथ से पकड़े
- अंगूठे और पहली उंगली के गैप को दबाएं
कमर पर मसाज
पेट के बल लेट जाएं और लोअर बैक के बीच में दबाएं।
कमर दर्द से कैसे बचें ?
- लैपटॉप को गोद में रख कर काम ना करें
- डेस्क या मेज का इस्तेमाल करें
- काम करते वक्त पैर जमीन पर टिकाएं
- कमर सीधी रखें और कंधा ना झुकाएं
- हर 1 घंटे में 5 मिनट का ब्रेक लें
- ब्रेक में सूक्ष्म व्यायाम करें
सर्वाइकल से कैसे बचें?
- बैठते समय गर्दन को सीधा रखें
- मुलायम गद्दे की जगह तख्त पर लेटे
- विटामिन डी-कैल्शियम डाइट लें
- स्मोकिंग, कैफीन लेना बंद कर दें
- रोज गर्दन के लिए योग करें
सर्वाइकल से कैसे बचें?
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बैठते समय गर्दन को सीधा रखें
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मुलायम गद्दे की जगह तख्त पर लेटे
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विटामिन डी-कैल्शियम डाइट लें
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स्मोकिंग, कैफीन लेना बंद कर दें
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रोज गर्दन के लिए योग करें
स्पाइन के हर दर्द के लिए फायदेमंद औषधियां
- गौधन अर्क पिएं। अगर एसिडिटी की समस्या हैं तो थोड़ा सा शहद मिला लें।
- एलोवेरा, गिलोय का जूस पिएं दिनभर।
- गोखरू का पानी सुबह के समय पिएं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।