Yoga For Lungs: दिवाली से पहले दिल्ली एनसीआर की हवा लोगों का दम निकाल रही है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में हवा की क्लाविटी बेहद खराब हो चुकी है। दिवाली से पहले हर साल ये समस्या सामने आती है। प्रदूषण का असर सबसे ज्यादा फेफड़ों पर पड़ता है। अगर आपको प्रदूषण से लड़ना है और उसके असर को कम करना है तो रोजाना योगा जरूर करें। नियमित रूप से योग करने से फेफड़े (Yoga For Lungs) मजबूत बनते हैं। योग करने से प्रदूषण के असर (Yoga For Pollution) को भी कम किया जा सकता है। बाहर जाकर व्यायाम करने से बेहतर है कि आप घर के अंदर ही योगाभ्यास करें। आइये जानते हैं फेफड़ों को मजबूत बनाने और प्रदूषण से बचने के लिए कौन से योगासन करने चाहिए।
प्रदूषण से बचने के लिए योगासन
अनुलोम-विलोम (Anulom-Antonym)
प्रदूषण के असर को कम करने के लिए आपको रोज अनुलोम-विलोम जरूर करना चाहिए। इससे फेफड़े मजबूत होते हैं। अनुलोम-विलोम से सांस की समस्याएं कम होती हैं। इसके लिए जमीन पर योगा मैट पर बैठ जाएं और नाक के दाएं छिद्र से फेफड़ों में सांस भरें। अब कुछ सेकेंड रुकने के बाद बाएं छिद्र से बाहर निकाल दें। इससे फेफड़े मजबूत बनते हैं।
कपालभाति (Kapalbhati)
शरीर को स्वस्थ रखने और वायु प्रदूषण के असर को कम करने के लिए कपालभाति फायदेमंद है। कपालभाति करने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और पेट कम होता है। कपालभति करने के लिए पालथी मारकर बैठ जाएं और पेट को अंदर खींचते हुए सांस बाहर छोड़ें। 30 सेकेंड तक होल्ड करने की कोशिश करें। इससे आपकी सांस लेने की प्रक्रिया बेहतर होगी।
अर्ध चंद्रासन (Half moon pose)
इस योगासन से फेफड़े मजबूत बनते हैं। आपको इसके लिए आधे चांद की तरह मुद्रा बनानी होगी। इसके लिए घुटनों के बल खड़े हो जाएं। अब बाएं पैर को थोड़ा आगे बढ़ाएं और दोनों हाथों को ऊपर उठाते हुए बांध लें। हाथों को नमस्ते पोज में रखें और दाएं पैर को पीछे की ओर पूरा खीच लें। आपके हाथ और एक पैर से चांद जैसी शेप बननी चाहिए। इस योगासन से फेफड़ मजबूत बनते हैं।