कोरोना महामारी के कारण हर कोई अब सेहत को लेकर काफी सजग है। जरा सी समस्या होने पर तुरंत दवाई, काढ़ा आदि का सेवन करने लगते हैं। इतना ही नहीं खराब लाइफस्टाइल जैसे चीनी, स्मोकिंग, एल्कोहाल जैसी आदतों से दूरी बना रहे हैं। इन आदतों को आपको हमेशा अपनाना चाहिए क्योंकि आने वाली समय में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा है। जिसके कारण फंगल इंफेक्शन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी इम्यूनिटी मजबूत रखें।
गलत खानपान के कारण स्ट्रेकटल बैलेंस स्ट्रेक्चरल बैलेंस बिगड़ जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक हमारे शरीर में कान, गर्दन, कंधे, कोहनी, स्पाइन, घुटने, एड़ी तमाम ऐसे प्वाइंट है। जिनका अनजाने में संतुलन बिगड़ जाता हैं और ये इंबैलेंस पार्किंसन, स्पॉन्डिलाइटिस, इनडायजेशन और तमाम तरह की समस्या का कारण बनता है।
लंग्स को हमेशा रखना चाहते हैं मजबूत तो कभी भी ना करें इन चीजों का सेवन, हो सकते हैं फेफड़े डैमेज
स्वामी रामदेव के अनुसार स्ट्रेक्चरल बैलेंस बिगड़ से जाने के कारण वात, पित्त, कफ दोष के साथ-साथ ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, पार्किंसन, सर्वाइकल, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि इसे बैलेंस किया जाए।
पर्सनालिटी तभी परफेक्ट होगी जब बॉडी पूरी तरह से बैलेंस्ड होगी। स्वामी रामदेव से जानिए स्ट्रक्चरल इम्बैलेंस की समस्या से निजात दिलाने के लिए कौन से योगासन और प्राणायाम है कारगर।
तेजी से वजन कम करने के लिए इन टिप्स को करें फॉलो, पेट-कमर की चर्बी भी हो जाएगी कम
स्ट्रक्चरल इन्बैलेंस को ठीक रखने के लिए योगासन
ताड़ासन
- गठिया में बेहद कारगर योगासन
- दिल की बीमारी में कारगर आसन
- शरीर को लचीला बनाता है
- थकान, तनाव, चिंता दूर करता है
- पीठ, बांहों को मजबूत बनाता है
वृक्षासन
- बॉडी बैलेंस करेक्ट होता है
- जांघों, टखनों और रीढ़ को स्ट्रॉन्ग करता है
- फ्लैट पैर की परेशानी दूर करता है
- कंसंट्रेशन लाने में मदद करता है
- बॉडी को फ्लेक्सिबल बनाता है
तिर्यक ताड़ासन
- शरीर का मोटापा करे कम
- शरीर को ऊर्जावान बनाए
- हाई बीपी को करे कंट्रोल
- मन को शांत रखने में करे मदद
- भूलने की बीमारी मदद करे
- कद बढ़ाने में मददगार
- दिमागी थकान को दूर भगाए
कोणासन
- स्पाइन के बोन्स को करेक्ट करता है
- हाथ-पैर में खिंचाव और स्ट्रॉन्ग बनाता है
- बैक पेन में कोणासन बेहद फायदेमंद है
- कोणासन के अभ्यास से कब्ज दूर होता है
- सायटिका पेन में भी बेहद कारगर है
अर्ध चक्रासन
- पीठ को मजबूत बनाता है
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है
- रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है
- मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाता है
एसिडिटी से छुटकारा दिलाएंगा आयुर्वेदिक जूस, सीने की जलन से भी मिलेगी राहत
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
मंडूकासन
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
- पेट और हृदय के लिए भी लाभकारी
- कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लीवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है
- डायबिटीज को रोकने में सहायक
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है
योगमुद्रासन
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाए
- शरीर को लचीला बनाए
- रीढ़ की हड्डी को मजबूत करे
- पीठ, बाहों को बनाए मजबूत
शशकासन
- डायबिटीज करे कंट्रोल
- तनाव और चिंता दूर होती है
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है
- माइग्रेन के रोग में फायदेमंद
- मोटापा कम करने में मददगार
- लीवर, किडनी के रोग दूर होते हैं
- दिल के मरीजों के लिए लाभकारी
- लंबाई बढ़ाने में मददगार
सूर्य नमस्कार
- डिप्रेशन दूर करता है
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन बढ़ाने में मददगार योगासन
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- मोटापा कम करने में कारगर
- हाइट बढ़ाने में मददगार
- फेफड़ों तक पहुंचती है ज्यादा ऑक्सीजन..
गरुड़ासन
- पैर के मसल्स मजबूत होते हैं
- दोनों घुटनों के बीच कैप होता है
- फ्लैट लेग की समस्या दूर होती है
- एकाग्रता में सुधार आता है
पादहस्तासन
- दिल से जुड़ी बीमारी
- पेट की चर्बी करे कम
- लंबाई बढ़ाने में मददगार
- दिमाग में रक्त का संचार
वक्रासन
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में कारगर
- पेट की कई समस्याओं में राहत
- पाचन क्रिया ठीक रहती है
- कब्ज ठीक होती है
मकरासन
- हाइट बढ़ाने में करे मदद
- वजन कम करने में मददगार
- कमर दर्द से दिलाए राहत
- जोड़ों के दर्द में लाभकारी
- एसिडिटी से दिलाए राहत
गोमुखासन
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है
- पीठ, बांहों को मजबूत बनाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- शरीर को लचकदार बनाता है
- सीने को चौड़ा करने में सहायक
- शरीर के पॉश्चर को सुधारता है
- थकान, तनाव, चिंता दूर करता है
- दृढ़ इच्छाशक्ति का विकास करता है
- लिवर-किडनी की समस्या में लाभकारी
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
शीर्षासन
- शीर्षासन से डिप्रेशन दूर होता है
- चेहरे में चमक आती है, सुंदरता बढ़ती है
- त्वचा मुलायम और खूबसूरत बनती है
- मानसिक शांति और स्मरण शक्ति बढ़ती है
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
- आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर
सर्वांगासन
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर
- आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा
- थायराइड ग्लैंड एक्टिव होता है
- हाथ-कंधे मजबूत बनते हैं
- ब्रेन को पर्याप्त ब्लड मिलता है
- हार्ट मसल्स एक्टिव होता है
हलासन
- इस आसन से दिमाग शांत होता है
- थायराइड की बीमारी ठीक होती है
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है
- डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
उत्तानपादासन
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
- कब्ज की समस्या से दिलाए लाभ
- एसिडिटी में फायदेमंद
नौकासन
- शरीर की ऑक्सीजन बढ़ाए
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
- टीबी, निमोनिया को करे ठीक
- शरीर में ऑक्सीजन का स्तर संतुलित रहता है
- नियमित अभ्यास से मोटापे में कमी
- पाचन शक्ति अच्छी रहती हैं
- पेट, कमर, पीठ मजबूत बनती है
मर्कटासन
- इस आसन के 3 तरह का होता है।
- पीठ दर्द में लाभकारी
- गैस और कब्ज से राहत
- सर्वाइकल , पेट दर्द से राहत
- गुर्दे, अग्नाशय में लाभकारी
मकरासन
- हाइट बढ़ाने में करे मदद
- वजन कम करने में मददगार
- कमर दर्द से दिलाए राहत
- जोड़ों के दर्द में लाभकारी
- एसिडिटी से दिलाए राहत
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
स्ट्रक्चरल इन्बैलेंस के लिए प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भ्रामरी
- उज्यायी
- भस्त्रिका
शारीरिक संतुलन बिगड़ने पर एक्यूप्रेशर थेरेपी
आंख के लिए दूसरी और तीसरी अंगुली के नीचे 5 मिनट दबाएं
कान के लिए छोटी अंगुली और रिंग फिंगर के नीचे दबाएं
दिल के लिए छोटी अंगुली और रिंग फिंगर के थोडा नीचे दबाएं
इम्यूनिटी मजबूत बीच वाली अंगुली के सीधे नीचे हथेली के बीच में दबाएं
थकान अंगूठे के करीब 1 इंच नीचे दबाएं