आज के समय में अधिकतर लोगों रीढ़ से संबंधी समस्याओं से परेशान है। जिसके कारण गर्दन, पीठ, कमर आदि में अधिक दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। स्वामी रामदेव के अनुसार स्पाइनल समस्या का मुख्य कारण स्मोकिंग, गलत तरीके से लेटना या बैठना, अधिक वजन बढ़ना आदि शामिल है। जिसके कारण स्लिप डिस्क, सर्वाइकल, वर्टिगो, आस्टियो, अर्थराइटिस, स्पॉनिलाइटिस, स्पाइनल स्टेनोसिस, साइटिका , ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारियों का समस्या करना पड़ता है। इस समय अधिकतर लोग वर्क फ्रॉम होम के दौरान रीढ़ संबंधी समस्याओं का ज्यादा सामना कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि थोड़ा वक्त निकालकर इन योगासनों को करें। इससे आपका रीढ़ की हड्डी 100 साल तक मजबूत रहेगा।
रीढ़ की हड्डी मजबूत करने के लिए योगासन
सूक्ष्म व्यायाम
रोजाना कम से कम 10 मिनट करें। इससे आपका पूरा शरीर वर्टिगों की समस्या से निजात मिल जाता है। इसके साथ ही रीढ़, कमर कंधें, जोड़ों के दर्द से भी निजात मिलता है।
उष्ट्रासन- इस आसन को धीरे-धीरे करें। पूरा पीछे जाने की कोशिश न करें। जितना हो सके उतना ही जाए।
ताड़ासन
- एलर्जी से निपटने में कारगर
- शरीर के दर्द को करे कम
- घुटने और पीठ दर्द में दें राहत
तिर्यक ताड़ासन
- वजन घटाने में मदद करें।
- कद बढ़ाने में करें मदद
- हाई बीपी को करें कंट्रोल
- मन को रखे शांत
- भूलने की बीमारी से दिलाए छुटकारा
त्रिकोणासन
- वजन कम करने में मददगार
- शरीर का संतुलन बनाए रखे
- पाचन प्रणाली को रखें ठीक
- एसिडिटी ले दिलाए छुटकारा
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कंधरासन
- स्लिप डिस्क में कारगर
- रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
- पाचन तंत्र को करें ठीक
मकरासन
- रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
- पीठ, कमर और कंधे को रखें मजबूत
- मानसिक रोगों से बचाए
- दिल को रखें स्वस्थ्य
- किडनी की क्षमता बढ़ाए
- ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल
भुजंगासन
- मोटापा को कम करने में मददगार
- पाचन शक्ति को रखें ठीक
- डबल चिन से दिलाए छुटकारा
- डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी को करें मजबूत
- ब्रेन से जुड़ी समस्याओं से दिलाए छुटकारा
- किडनी की क्षमता को बढ़ाए
शलभासन
- स्पाइन कॉर्ड को रखें हेल्दी
- अस्थमा रोग की समस्या
- किडनी के रोगों में लाभ
- शरीर को मजबूत और लचीला बनाए
- वजन घटाने में करे मदद
- स्किन से जुड़ी समस्याओं से दिलाए निजात
- फेफड़ों को स्वस्थ्य रखें
अर्ध पवनमुक्तासन
- पीठ और कमर दर्द में राहत
- लोअर बैक पैन से दिलाए छुटकारा
- कब्ज और पेट की समस्या में लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी और लचीला बननाए
- पीठ और कमर दर्द
- मोटापा और वजन कम में कारगर
- हार्ट को रखें हेल्दी
रीढ़ की हड्डी को मजबूत रखने के लिए करे ये प्राणायाम
भस्त्रिका
इस प्राणायाम को करने से पूरे शरीर में ऑक्सीजन का ठीक ढंग से प्रवाह होता है। जिससे आपको डायबिटीज के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों से भी निजात मिल जाएगा। अस्थमा वाले रोगी तेजी से न करें।
कपालभति
कपालभाति करने से पूरे शरीर सकारात्मक ऊर्जा के साथ हर रोग से मुक्ति मिलती है। इसे रोजाना कम से कम 5-10 मिनट करना चाहिए।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
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रीढ़ की हड्डी को मजबूत रखने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय
- त्रयोदश गुग्गुल आपकी रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने में मदद करता है।
- एक चम्मच खाली पेट वर्जिन कोकोनट ऑयल पीने से मिलेगा लाभ।
- रोजाना सुबह 2 गिलोय घनवटी की गोली का सेवन करे।
- चंद्रप्रभा और अश्वशीला 2-2 गोली का करे सेवन
- खाली पेट लहसुन का सेवन करना लाभकारी होगा। अगर आपको ज्यादा गर्मी लगती तो रात को सोने से पहले लहसुन की कुछ कली लेकर इसमें चीरा लगाकर पानी में भिगो दें। दूसरे दिन इसका सेवन करें। इससे किसकी तासीर ठंडी हो जाएगाी।
- मेथी को भिगोकर सुबह इसका पानी पिएं।
- पिडांतक का सेवन करें। इसके लिए आधा मुट्ठी भर रात को भिगो दें। सुबह इसका काढ़ा बनाकर पिएं।
- दूध में हल्दी और शिलाजीत डालकर पिएं।
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रीढ़ की हड्डी को मजबूत रखने के एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स
- हाथों की अंगूली में पीछे साइड के ऊपरी हिस्से में एक पैन की मदद धीरे-धीरे प्रेश करे।
- पैर की छोटी अंगुली के टॉप और जड़ पर तेजी से दबाएं।
- जिनको गर्दन में दर्द हैं तो थोड़ा सा तेल लगाकर कंधे और शोल्डर की हड्डियों को दबा लें।
- लोअर बैक पैन के लिए स्पाइन के मिडिल में दबाएं।