भागदौड़ भरी इस जिंदगी में हम हर चीज का ख्याल रखते हैं। बस अपनी सेहत को छोड़कर। हकीकत तो ये है कि जो लोग कामकाजी हैं, वो सेहत का पूरा तो क्या, थोड़ा भी ख्याल नहीं रख पाते हैं। लोग दिन में 8 से 10 घंटे ऑफिस में बिताते हैं और ज्यादातर समय तो कंप्यूटर स्क्रीन के सामने जमे रहते हैं। ऑफिस से फ्री हुए तो मोबाइल से चिपक जाते हैं। यहां तक कि घर में खाना खाते हुए भी आंखों के सामने टीवी चलता रहता है। नतीजा ये हुआ कि रोजमर्रा की जिंदगी में आए इस बदलाव का सबसे ज्यादा नुकसान हमारी सेहत का हो रहा है। यही वजह है कि ऑफिस में काम करने वाले ज्यादातर लोग स्ट्रेस, टेंशन, एंग्जाइटी या ब्लड प्रेशर, हाई शुगर, सर्वाइकल की गिरफ्त में हैं। वक्त से पहले ही नज़र का चश्मा लग जाता है।
जरूरी ये है कि हम अपने रूटीन में थोड़ा ही बदलाव करें। सेहत का ख्याल रखें और अगर आप ऑफिस में हैं तो बीच-बीच में ब्रेक लेकर चहलकदमी जरूर करें। कुछ नहीं कर पा रहे हैं तो कुर्सी पर बैठे-बैठे सूक्ष्म व्यायाम कर लें। ऑफिस से बाहर निकलकर कुछ मिनट खुली हवा और धूप में सांस ले लीजिए। लिफ्ट की जगह सीढ़ियां का इस्तेमाल करिए। इससे शरीर में न तो जकड़न होगी और फैट भी नहीं बढ़ेगा। सुबह-शाम योग को जरूर अपनाएं। स्वामी रामदेव ने ऑफिस में काम करने वालों के लिए कुछ कारगर योगासन बताए हैं।
घर-ऑफिस की डबल जिम्मेदारी पड़ी सेहत पर भारी, स्वामी रामदेव से जानिए महिलाएं कैसे रखें खुद का ख्याल
काम के दबाव में सेहत को किया जा रहा है नज़रअंदाज
- 8-10 घंटे ऑफिस में काम
- लगातार कंप्यूटर पर काम करना
- मोबाइल पर हमेशा नज़र
- स्क्रीन टाइम 10-12 घंटे
खतरे में है सेहत
- स्ट्रेस
- टेंशन
- एंग्जाइटी
- ब्लड प्रेशर
- हाई शुगर
- बैक पेन
- सर्वाइकल
- यूरिन प्रॉब्लम
- आंखों में दर्द
- नज़र कमजोर
- सिरदर्द
ऑफिस ब्रेक में करें ये काम, रहेंगे निरोग
- रूटीन में बदलाव करें
- ब्रेक में चहलकदमी करें
- कुर्सी पर बैठ कर स्ट्रेचिंग करें
- धूप-हवा का आनंद लें
- ब्रेक में आंखों को आराम दें
- ताजा पानी से आंखें साफ करें
- लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का करें प्रयोग
- लगातार काम के बीच पानी पीना न भूलें
रोजाना करें योग
- मंडूकासन
- शशकासन
- योगमुद्रासन
- वक्रासन
- अर्ध मत्स्येन्द्रासन
- गोमुखासन
- पश्चिमोत्तानासन
- पवनमुक्तासन
- मर्कटासन
- उत्तानपाद आसन
उष्ट्रासन के फायदे
किडनी को स्वस्थ बनाता है
मोटापा दूर करने में सहायक
शरीर का पोश्चर सुधरता है
पाचन प्रणाली ठीक होती है
टखने के दर्द को दूर भगाता है
भुजंगासन के फायदे
लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
किडनी को स्वस्थ बनाता है
तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
छाती चौड़ी होती है
शलभासन के फायदे
फेफड़े सक्रिय होते हैं
नर्वस सिस्टम मजबूत होता है
खून को साफ करता है
शरीर मजबूत बनता है
हाथ-कंधे मजबूत होते हैं
मर्कटासन के फायदे
रीढ़ की हड्डी लचीली बनाता है
पीठ का दर्द दूर हो जाता है
फेफड़ों के लिए फायदेमंद
पेट से जुड़ी परेशानी दूर होती है
एकाग्रता बढ़ती है
गुर्दे, अग्नाशय, लिवर सक्रिय होते हैं
उत्तानपादासन के फायदे
पैरों के दर्द में आराम मिलता है
पैरों में सूजन दूर होती है
शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद
सेतुबंधासन के फायदे
साइनस के लिए फायदेमंद
पाचन क्रिया को ठीक करता है
पीठ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं
तनाव कम होता है
पवनमुक्तासन के फायदे
फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
अस्थमा, साइनस में लाभकारी
किडनी को स्वस्थ रखता है
बीपी को कंट्रोल करता है
पेट की चर्बी को दूर करता है
मोटापा कम करने में मददगार है
दिल को सेहतमंद रखता है
चक्की आसन के फायदे
वजन घटेगा
शरीर लचीला रहेगा
मन शांत रहेगा
पेट का फैट कम होगा
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे
शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है
शरीर में थकान नहीं होती
कई तरह के दर्द से राहत
ऊर्जा का संचार करता है
जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है
सर्वांगासन के फायदे
तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है
एकाग्रता बढ़ता है
याद की हुई चीजें भूलते नहीं
सिरदर्द ठीक होता है।
कारगर प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे: लंग्स क्लियर करता है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने के लिए बहुत कारगर। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग को दूर करता है।
अनुलोम विलोम के फायदे: बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में बेहद कारगर।
शीर्षासन के फायदे: डिप्रेशन दूर होता है। चेहरे पर चमक आती है। सुंदरता बढ़ती है। मेमोरी तेज होती है। ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। सिरदर्द में आराम मिलता है।