मानसून भले ही मौसम को सुहावना कर देता है, लेकिन गर्मी के साथ बढ़ती नमी कई बीमारियों की वजह बनती है। इनमें पेट की बीमारी जैसे टाइफाइड, ज्वाइंडिस, खराब पाचन, पेट दर्द सबसे कॉमन है। दरअसल बरसात में पानी और खाने की चीज़ों में बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं। इसलिए फूड पॉयजनिंग के चांसेस ज्यादा रहते हैं। जिससे उल्टी, लूज मोशन और पेट दर्द होता है। टाइफाइड की भी यही वजह है और इसीलिए मानसून में बच्चों को बाहर का खाना ना खाने की सलाह दी जाती है।
बारिश के मौसम में सर्दी-जुकाम और वायरल भी आम बात है। जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। वो आसानी से फ्लू के शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा हवा में बढ़ी हुई नमी से फंगस ग्रो होता है। जिसकी वजह से स्किन और सिर में कई तरह के इंफेक्शन हो जाते हैं। मानसून की ये बीमारियां जानलेवा भी साबित हो सकती है-- इसलिए स्वामी रामदेव से जानिए मानसून के मौसम में कैसे रखें खुद को हेल्दी।
दुबलापन कर रहा है बार बार शर्मिंदा तो जरूर अपनाएं ये उपाय, नैचुरल तरीके से बढ़ेगा वजन
मानसून में होने वाली बीमारियां
- फूड-पॉयजनिंग
- टाइफाइड
- जॉन्डिस
- वायरल फीवर
- डेंगू
- चिकनगुनिया
- स्किन इंफेक्शन
मानसून में हेल्दी रहने के लिए योगासन
सूर्य नमस्कार
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन घटाने में मददगार
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है
ताड़ासन
- ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है
- घुटने, टखने मजबूत बनते हैं
- दर्द-थकान मिटाने में मददगार
- रोज अभ्यास से लंबाई बढ़ती है
- दिल को मजबूत बनाता है
मंडूकासन
डायबिटीज को दूर करता है
पेट और दिल के लिए भी लाभकारी
पाचन तंत्र सही होता है
लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
कोरोना के साइड इफेक्ट पर वार, लंग्स से लेकर किडनी तक, स्वामी रामदेव से जानिए हर बीमारी का उपचार
शशकासन
- डायबिटीज दूर होती है
- तनाव और चिंता दूर होती है
- क्रोध, चिड़चिड़ापन दूर करता है
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है
- लिवर, किडनी के रोग दूर होते हैं
वक्रासन
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में कारगर
- पेट की कई समस्याओं में राहत
- पाचन क्रिया ठीक रहती है
- कब्ज ठीक होती है
योगमुद्रासन
- कब्ज की समस्या दूर होती है
- गैस से छुटकारा मिलता है
- पाचन की परेशानी दूर होती है
- छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती हैं
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- बीपी को कंट्रोल करता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- दिल को सेहतमंद रखता है
पश्चिमोत्तानासन
इम्युनिटी मजबूत होती है
- साइनस की बीमारी में आराम मिलता है
- डायबिटीज कंट्रोल होती है
- सिरदर्द की समस्या में आराम देता है
- मोटापा कम करने में मददगार
शीर्षासन
- शीर्षासन से डिप्रेशन दूर होता है
- चेहरे में चमक आती है, सुंदरता बढ़ती है
- त्वचा मुलायम और खूबसूरत बनती है
- मानसिक शांति और स्मरण शक्ति बढ़ती है
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
- आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर
सर्वांगासन
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर
- आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा
- थायराइड ग्लैंड एक्टिव होता है
- हाथ-कंधे मजबूत बनते हैं
- ब्रेन को पर्याप्त ब्लड मिलता है
- हार्ट मसल्स एक्टिव होता है
हलासन
- इस आसन से दिमाग शांत होता है
- थायराइड की बीमारी ठीक होती है
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है
- डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
मकरासन
- हाइट बढ़ाने में करे मदद
- वजन कम करने में मददगार
- कमर दर्द से दिलाए राहत
- जोड़ों के दर्द में लाभकारी
- एसिडिटी से दिलाए राहत
भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- कमर, पीठ दर्द दूर होता है
- इस आसन से छाती चौड़ी होती है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- मोटापा कम करने में सहायक
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
मस्त्यासन
- गर्दन की मसल्स में खिंचाव आता है
- गर्दन की मसल्स मजबूत होती हैं
- थायराइड की परेशानी दूरी होती है
- कमरदर्द की परेशानी ठीक होती है
पादवृत्तासन
- वजन घटाने में बेहद कारगर
- पेट की चर्बी कम होती है
- बॉडी का बैलेंस ठीक होता है
- कमर में दर्द ठीक होता है
मानसून के मौसम में रोजाना करें ये प्राणायाम
- कपालभाति
- अनुलोम विलोम
- भ्रामरी
- भस्त्रिका
- उज्जायी
बारिश में पेट का रखें ख्याल
- सुबह उठकर गुनगुना पानी पिएं
- एलोवेरा, आंवला, गिलोय लें
- बाज़ार की चीज़ें खाने से परहेज करें
- पानी को उबालकर पिएं
- रात में हल्का खाना खाएं
डेंगू चिकनगुनिया में गिलोय तुलसी का काढ़ा पिएं।
इम्यूनिटी को मजबूत कैसे रखें
- गिलोय तुलसी के काढ़ा का सेवन करे।
- 2-3 बादाम और 4-5 काली मिर्च चबाकर खा लें।
- 100 ग्राम बादम और 20-25 ग्राम काली मिर्च और थोड़ी खांड को मिलाकर पी लें। इसके बाद थोड़ी मात्रा में रोजाना सेवन करें।
- गिलोय घनवटी, स्वाहारि गोल्ड खाली पेट लें।
- नस्य क्रिया, जल नेति, सूत्र नेति सर्दी-जुकाम की समस्या से निजात दिलाने में कारगर है।