आज के समय में भाग दौड़ भरी लाइफ में टेक्नोलॉजी के ऊपर इतने ज्यादा निर्भर रहते हैं कि उसके बिना हमारी जिंदगी बेकार सी हो गई है लेकिन ज्यादा मोबाइल, कप्यूटर आदि का इस्तेमाल करने से आंखों के साथ-साथ सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। आंखों को नुकसान सिर्फ बढ़े स्क्रीन टाइम से ही नहीं हुआ। डायबिटीज और बीपी जैसी बीमारियों के साइड इफेक्ट्स भी आंखों को झेलने पड़ते हैं।
आंकड़ों के मुताबिक तो हर 6 में से 1 डायबिटीक मरीज रेटीनोपैथी यानि अनकंट्रोल शुगर की वजह से रेटीना डैमेज से जूझ रहा है। भारत में तकरीबन 8 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनकी नजर कमजोर है और लगभग 14 करोड़ लोगों को 'नियर विजन लॉस' है यानि उनकी पास की नज़र कमज़ोर है। खास बात है बढ़ता वायु प्रदूषण भी आंखों की बीमारियों की बड़ी वजह है।
आज के समय में डिजिटल स्टडी अब न्यू नॉर्मल बन चुका है और ये लंबे समय तक चलने भी वाला है तो टेक्नोलॉजी और लाइफ में बैलेंस कैसे बनाएं ताकि सेहत पर इसका असर न पड़े। स्वामी रामदेव से जानिए किन उपायों के द्वारा अपनी आंखों को रखें फिट।
योगाभ्यास से बदलें जीवन, प्राणायाम से अंहिसा का मंत्र, स्वामी रामदेव से जानिए बीमारियों का देसी इलाज
आंखों में होने वाली परेशानी
- नज़र कमज़ोर
- धुंधला दिखना
- ग्लूकोमा
- मोतियाबिंद
- लाल आंखें
- सूखापन
- आंखों में जलन
- आंखों से पानी आना
आंखों की बीमारी की वजह
- एलर्जी
- प्रदूषण
- कम्प्यूटर पर काम
- जेनेटिक
- चोट लगना
- हाई बीपी
- डायबिटीज़
आंखों को हेल्दी रखने के लिए योगासन
शीर्षासन
- चेहरे की झुर्रियां गायब हो जाती हैं
- चेहरे में चमक आती है, सुंदरता बढ़ती है
- त्वचा मुलायम और खूबसूरत बनती है
- रोज अभ्यास से सफेद बाल काले होते हैं
- बालों को झड़ने से रोकने में मददगार
- मानसिक शांति और स्मरण शक्ति बढ़ती है
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
- आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर
- आत्मविश्वास, धैर्य, निडरता बढ़ाता है
- एकाग्रता, उत्साह, याददाश्त बढ़ाता है
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सर्वांगासन
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर
- आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा
- थाइरॉयड ग्लैंड एक्टिव होता है
- हाथ-कंधे मजबूत बनते हैं
- ब्रेन को पर्याप्त ब्लड मिलता है
- हार्ट मसल्स एक्टिव होता है
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है
हलासन
- इस आसन से दिमाग शांत होता है
- थायराइड की बीमारी ठीक होती है
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी और कंधों में खिंचाव आता है
- डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
- डायजेशन में सुधार आता है
सूर्य नमस्कार
- डिप्रेशन दूर करता हैृ
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन बढ़ाने में मददगार योगासन
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक पहुंचती है ज्यादा ऑक्सीजन
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार
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त्राटक
त्राटक सदियों से की जाने वाली क्रिया है। यह सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं बल्कि शरीर की दूसरी बीमारियों को दूर करने में भी मदद करता है। एकाग्र चित्त होकर निश्चल द्रष्टि से तक तक देखते रहें जब तक कि आंखों से आंसू न आ जाए। त्राटक क्रिया बिंदू, तारा, सूर्य, चंद्रमा, दीपक और मोमबत्ती आदि पर किया जाता है, लेकिन आप दीपक से इसकी शुरुआत करें। सबसे पहले एक एकांत और शांत जगह चुने। इसके बाद आंखों के बिल्कुल सामने थोड़ी दूर दीपक रखें। किसी भी आसन में आराम से बैठ जाएं। सिर, गर्दन, पीठ को सीधा रखें। अंधेरे में ध्यान की मुद्रा केंद्रित करें। आंखों को बराबर दीपक में लाएं। दीपक की रोशनी में ध्यान दें। इसे तब तक देखते रहें जब तक आपकी आंखे थक न जाए। पलक न झपकने दें। इसके बाद आंखे बंद कर लें। फिर अपनी आंखों को ठंडे पानी से धो लें। इसे आप रोजाना या सप्ताह में 1-2 बार कर सकते हैं।
भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- कमर, पीठ दर्द दूर होता है
- इस आसन से छाती चौड़ी होती है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- मोटापा कम करने में सहायक
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
डायबिटीज के मरीजों की आंखे कमजोर होने पर करे योगासन
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- हृदय को सेहतमंद रखता है
- बल्ड सर्कुलेशन ठीक होता है
- रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है
उत्तानपादासन
- फेफड़ों को रखें हेल्दी
- कमर की चर्बी को करे कम
- ब्लड शुगर को करे कंट्रोल
- टीबी के मरीजों के लिए लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी को करे मजबूत
- जांघ को बनाए मजबूत
नौकासन
- शरीर की ऑक्सीजन बढ़ाए
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
- टीबी, निमोनिया को करे ठीक
- शरीर में ऑक्सीजन का स्तर संतुलित रहता है
- नियमित अभ्यास से मोटापे में कमी
- पाचन शक्ति अच्छी रहती हैं
- पेट, कमर, पीठ मजबूत बनती है
मंडूकासन
- डायबिटीज को दूर भगाता
- पेट और हृदय के लिए भी लाभकारी
- कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है
- डायबिटीज को रोकने में सहायक
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है
वक्रासन
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में बेहद कारगर
- पेट की कई समस्याओं में राहत
- पाचन क्रिया ठीक रहती है
- कब्ज को रोकने का रामबाण इलाज
आंखों को हेल्दी रखने के लिए प्राणायाम
अनुलोम विलोम
इस आसन को जितनी देर हो सके उतनी देर करे। इसे करने से ब्रेन, दिमाग, कान, नाक, ग्लूकोमा के साथ-साथ आंखों को हेल्दी रखती है। सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं। इस प्राणायाम को करने से क्रोनिक डिजीज, तनाव, डिप्रेशन, हार्ट के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है। इसके अलावा ये मांसपेशियों की प्रणाली को भी ठीक रखता है।
कपालभाति
इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट करें। हर 5 मिनट के बाद 1 मिनट आराम करें। सामान्य व्यक्ति 3 बार 5-5 मिनट करें।
आंखों की रोशनी के लिए एक्यूप्रेशर
इंडेक्स फिंगर और मिडिल फिंगर के बीच दबाएं। रोज़ 5 मिनट दबाना आंखों के लिए फायदेमंद