एक या दो नहीं, ओलंपिक में इस बार 7 मेडल आ चुके हैं। 7 मेडल का दम दिखा है और एक इतिहास भी बना है। खेलों के महाकुंभ में जो अब तक नहीं हुआ, वो भी हो गया। जैवलिन थ्रो, बैडमिंटन, कुश्ती, वेटलिफ्टिंग या फिर बॉक्सिंग हो, भारतीय खिलाड़ी ने हर एक खेल जीतने के लिए अपना पूरा दम लगा दिया और भारत के लिए टोक्यो 2020 सबसे सफल और कामयाब ओलंपिक बन गया है। इस बार ओलंपिक में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते, लेकिन खास बात ये है कि जिन खेलों में भारत से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं लगाई जा रही थी, उन खेलों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा परफॉर्म किया।
टोक्यो 2020 का भले ही आज आखिरी दिन है, लेकिन पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए तैयारी अभी से शुरू करनी होगी और पेरिस में गोल्ड ही गोल्ड बरसे, मेडल का रिकॉर्ड बन जाए, इसके लिए स्टेमिना, मजबूती, ताकत और फौलादी इरादा चाहिए। ये सब हमारे खिलाड़ियों में है। जीतने वाले प्लेयर्स नीरज चोपड़ा, पीवी सिंधु, मेंस हॉकी टीम, मीराबाई चानू, लवलीना बोरगोहेन और रवि कुमार दहिया की तरह आगे भी खिलाड़ी देश का सिर गर्व से ऊंचा जरूर करेंगे और इसमें योग उनके फिटनेस रिजीम का एक बड़ा हिस्सा साबित हो सकता है।
रोजाना योग न सिर्फ निरोगी रखेगा, बल्कि हर प्रकार की ग्रोथ में बहुत मददगार होगा। योगासन फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाएगा, जिससे प्लेयर्स को इंजरी का खतरा भी कम होगा। अलग-अलग अभ्यास से मसल्स मजबूत बनेंगे। प्राणायाम से सांसों पर कंट्रोल बढ़ेगा, जिससे प्लेयर्स का स्टेमिना बढ़ेगा और ध्यान यानि मेडिटेशन कॉन्संट्रेशन बढ़ाएगा और टारगेट पाने के लिए फोकस्ड रखेगा। इसीलिए ओलंपिक मेडल जीतने वाले न सिर्फ भारतीय खिलाड़ी बल्कि विदेशी खिलाड़ी भी योग करते हैं। मुकाबला कोई भी हो, योग से कैसे बनें ऑलराउंडर और विश्वविजेता, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
विश्वविजेता बनने की बारी, योग से कैसे करें तैयारी
- फ्लेक्सिबिलिटी
- स्टेमिना
- मजबूती
- निरोगी काया
- कंसंट्रेशन
- फौलादी हौसला
योग बनाएगा चैंपियन
- आसन से फ्लैक्सिबिलिटी
- इंजरी का खतरा कम
- अभ्यास से मसल्स स्ट्रॉन्ग
- प्राणायाम से स्टेमिना
- मेडिटेशन से कंसंट्रेशन
रोजाना करें योग
- सूर्य नमस्कार
- उष्ट्रासन
- भुजंगासन
- चक्रासन
- अर्धचक्रासन
- शलभासन
- धनुरासन
- गोमुखासन
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
सूर्य नमस्कार के फायदे
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन घटाने में मददगार
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होगा है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है
वृक्षासन
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है
- पैरों की मांसपेशियां मजबूत बनती है
- सीने को चौड़ा और मजबूत करता है
- शरीर को लचीला बनाने में कारगर
- रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है
- नज़र और फोकस अच्छा होता है
दंड बैठक
- साधारण बैठक
- साधारण पूर्ण बैठक
- राममूर्ति बैठक
- पहलवानी बैठक 1
- पहलवानी बैठक 2
- हनुमान बैठक 1
- हनुमान बैठक 2
- हनुमान बैठक 3
दंड बैठक के फायदे
- मसल्स को मजबूत करता है
- चर्बी को दूर भगाता है
- वजन को नियंत्रण में रखता है
- पैरों और जांघों को मजबूती मिलती है
- सीना और भुजाएं चौड़ी होती हैं
- दिल के रोगों से बचा सकता है
शीर्षासन के फायदे
- डिप्रेशन दूर होता है
- चेहरे पर चमक आती है
- सुंदरता बढ़ती है
- मेमोरी तेज होती है
- ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
- सिरदर्द में आराम मिलता है
उष्ट्रासन के फायदे
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
मर्कटासन के फायदे
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनाता है
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है
- फेफड़ों के लिए फायदेमंद
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है
- एकाग्रता बढ़ती है
पवनमुक्तासन के फायदे
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- बीपी को कंट्रोल करता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- दिल को सेहतमंद रखता है
कारगर प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे: लंग्स क्लियर करता है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने के लिए बहुत कारगर। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग दूर करता है।
अनुलोम विलोम के फायदे: बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में बेहद कारगर प्राणायाम। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग को दूर करता है।
कपालभाति के फायदे: पेट के लिए बेहद कारगर प्राणायाम। सांस लेने में आसानी होती है। नर्व मजबूत बनते हैं। शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार होता है।
उज्जायी प्राणायाम के फायदे: दिमाग को शांत करता है। शरीर में गर्माहट आती है। ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ती है। दिल के रोगों में फायदेमंद।
उद्गीथ के फायदे: तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में मदद करता है। नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है। मेमोरी पावर बढ़ाने में सहायक।
वजन और ताकत के लिए:
- अष्टवर्ग च्यवनप्राश, बादाम पाक, पावर वीटा
- बादाम रोगन, दूध के साथ 1-1 चम्मच लें।
वजन बढ़ाने के लिए:
- अखरोट में शहद मिलाकर खाएं।
- हर रोज सुबह दूध और केला जरूर खाएं।
- आलू को अपने रोज की डाइट में शामिल करें।
- घी खाने से लाभ होगा, कैलोरी की अच्छी मात्रा।
- रोज दिन में एक मुट्ठी किशमिश खाएं।
- 3-4 बादाम रातभर पानी में भिगोएं, अगले दिन दूध में पीसकर पिएं।
- दूध, दही, छाछ, घी, सोयाबीन। इससे शरीर को प्रोटीन मिलता है।
- मल्टी ग्रेन आटे का सेवन करें।
- गेंहू, सोयाबीन, चना, जौं का आटा खाएं।
बॉडी मजबूत बनाएं:
- शतावर, अश्वगंधा, सफेद मुसली, कोंच के बीज
- इसका पाउडर सुबह-शाम दूध के साथ 1-1 चम्मच लें।
वजन घटाने के लिए:
- गर्म पानी में नींबू का सेवन करें। (हल्दी और अदरक का रस भी मिला सकते हैं।
PCOD के लिए कपालभाति और मंडूकासन करें, इससे लाभ मिलेगा। एक महीने में पीसीओडी ठीक हो जाएगा। गर्म पानी का सेवन करें। घी थोड़े दिनों के लिए बंद करें।