ऊपरवाले ने आंखें हमें वो नेमत दी है, जो हमें दुनिया के तमाम खूबसूरत रंगों से मिलवाती हैं, उसे दिखाती हैं। लेकिन कई बार जाने-अनजाने में हम कुदरत के इस अनमोल तोहफे की कद्र करना भूल जाते हैं। नीला आसमान, पेड़-पौधे, हरियाली और आपके अपनों का चेहरा, अगर आप ये सब देख पाते हैं तो जान लीजिए कि आपसे बड़ा खुशनसीब और कोई नहीं है। क्योंकि आपकी आंखें सलामत हैं। लेकिन देश के लगभग 1 करोड़ 20 लाख लोगों को ये खुशी हासिल नहीं है, क्योंकि उनकी आंखों में रोशनी नहीं है। वो देख नहीं सकते।
वाकई में आंखें कुदरत का सबसे बड़ा तोहफा हैं। इनका ख्याल रखना बेहद जरूरी है। क्योंकि शरीर में होने वाली हर एक बीमारी का असर सीधे तौर पर हमारी आंखों पर भी पड़ता है। डायबिटीज, हाई बीपी, शुगर और स्ट्रेस ना सिर्फ हार्ट और किडनी पर असर डालता है, बल्कि आंखों को भी नुकसान पहुंचाता है।
इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक है- ग्लूकोमा। जो नज़र को तो कमजोर करता ही है। धीरे-धीरे आंखों की रोशनी को भी छीन लेता है। भारत में लगभग 1 करोड़ 20 लाख ग्लूकोमा के मरीज हैं। जिनमें 10 लाख मरीजों का विजन पूरी तरह से खत्म हो चुका है। ग्लूकोमा जितनी तेजी से बढ़ रहा है, उससे भारत जल्द ही वर्ल्ड ग्लूकोमा कैपिटल बन सकता है।
डिप्रेशन, स्ट्रेस और एंजाइटी को कैसे करें दूर? स्वामी रामदेव के बताए योग से पाएं संपूर्ण समाधान
डायबिटीज ग्लूकोमा की एक बड़ी वजह है। वहीं, हाई बीपी रेटिना को परमानेंट तरीके से डैमेज कर सकता है और कम उम्र में मोतियाबिंद का खतरा भी बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, बढ़े हुए स्क्रीन टाइम की वजह से भी आंखें कमजोर हो रही हैं। नतीजा छोटे-छोटे बच्चों को मोटा चश्मा पहनना पड़ रहा है। योग और आयुर्वेद के जरिए आंखों को कैसे बचाएं, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
आंखों में होने वाली परेशानियां:
- नज़र कमज़ोर होना
- धुंधला दिखना
- ग्लूकोमा
- मोतियाबिंद
- लाल आंखें
- सूखापन
- आंखों में जलन
- आंखों से पानी आना
बीपी-शुगर का आंखों पर असर:
- ग्लूकोमा
- डायबिटिक रेटिनोपैथी
- डायबिटिक मैक्युलर एडिमा
- मोतियाबिंद
- कमज़ोर नज़र
आंखों की बीमारियां:
- एलर्जी
- प्रदूषण
- स्क्रीन टाइम
- जेनेटिक
- चोट लगना
- हाई बीपी
- डायबिटीज
- बढ़ती उम्र
योग से बढ़ेगी आंखों की रोशनी:
- ताड़ासन
- पाद हस्तासन
- शलभासन
- सूर्य नमस्कार
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- हलासन
- मंडूकासन
- पश्चिमोत्तानासन
- मर्कटासन
भुजंगासन के फायदे:
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है।
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है।
- फेफड़ों, कंधों और सीने को स्ट्रेच करता है।
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
पवनमुक्तासन के फायदे:
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी।
- किडनी को स्वस्थ रखता है।
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है।
- पेट की चर्बी को दूर करता है।
- मोटापा कम करने में मददगार है।
- दिल को सेहतमंद रखता है।
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं।
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे:
- बॉडी को एक्टिव करता है।
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है।
- कई तरह के दर्द से राहत मिलती है।
- बॉडी में एनर्जी बढ़ती है।
सर्वांगासन के फायदे:
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- रक्त संचार अच्छा होता है।
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- याद की हुई चीजें भूलती नहीं हैं।
शीर्षासन के फायदे:
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।
- मानसिक शांति मिलती है।
- आंखों की रोशनी बढ़ती है।
मंडूकासन के फायदे:
- डायबिटीज को दूर करता है।
- डायजेशन सही होता है।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
- पेट और दिल के लिए फायदेमंद है।
- कंसंट्रेशन पावर बढ़ता है।
त्राटक क्रिया के फायदे:
- नेत्र रोग खत्म
- तेज नज़र
- आंखों की जलन खत्म
- आंखों में दर्द खत्म
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आंखों की रोशनी के लिए आयुर्वेदिक उपाय:
- महात्रिफला घृत को एक चम्मच दूध के साथ लें।
- दिन में दो बार खाने के बाद लें।
- आमलकी रसायन 200 ग्राम, सप्तामृत लौह 20 ग्राम, मुक्ता शुक्ति 10 ग्राम, मोती पिष्टी 2 से 4 ग्राम - सब मिलाकर 1-1 चम्मच दिन में दो बार लें।
आंखों की घरेलू दवाई:
- सफेद प्याज का रस 1 चम्मच लें।
- अदरक और नींबू का रस 1 चम्मच लें।
- शहद 3 चम्मच, गुलाब जल लें।
- सभी को आंवले के रस में मिलाएं।
- दो-दो बूंद सुबह-शाम आंखों में डालें।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए करें ये काम:
- हरी सब्जी खाना बेहद जरूरी है।
- आंवले का मुरब्बा खाएं।
- एलोवेरा-आंवले का जूस पिएं।
- दिन में 3-4 लीटर पानी पिएं।
- आंखों के लिए गाजर फायदेमंद है।
आंखें धोने के लिए:
- गुलाब जल में त्रिफला का पानी मिलाएं।
- दिन में दो बार आंखें धोने से फायदा।
- आंवले के पानी को गुलाब जल में मिलाएं।
- इससे आंखें धोने से चश्मा हटेगा।