अगर आप रोजाना आधा घंटा भी योग करते हैं तो आपका शरीर स्वस्थ रहेगा। सेहतमंद रहकर आप अपनी जिंदगी और अच्छे तरीके से एन्जॉय कर सकते हैं, लेकिन कई बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनकी वजह से लोग नॉर्मल लाइफ नहीं जी पाते हैं। ऐसी बीमारियों को लोग अक्सर छिपाते हैं और गलत जानकारी के साथ-साथ बहुत से मिथ्स की वजह से इनका इलाज भी नहीं कराते हैं। ऐसी ही एक बीमारी है एपिलेप्सी यानि मिर्गी।
WHO के मुताबिक, पूरी दुनिया में 5 करोड़ लोग एपिलेप्सी का शिकार हैं और भारत में तकरीबन 1 करोड़ लोगों को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। दरअसल, एपिलेप्सी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। इसमें करंट की तरह ब्रेन में दौड़ने वाले न्यूरॉन्स में गड़बड़ी हो जाती है।
निरोगी जीवन के लिए करें ये योगासन और प्राणायाम, स्वामी रामदेव से जानें घर पर कैसे बढ़ाएं इम्युनिटी
इस गड़बड़ी की वजह से बेहोशी आने लगती है। बॉडी में झटके आते हैं और हाथ-पांव अकड़ जाते हैं। खास बात ये है कि जिस मिर्गी को लेकर मरीज शर्म महसूस करता है, वो सिर पर चोट लगने से भी शुरू हो सकती है। दिमागी बुखार, इंफेक्शन, ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन टीबी इसकी वजह से होता है। कई बार तो लोग जो नशे के आदी होते हैं, उन्हें भी सीजर्स होते हैं। साथ ही साथ स्ट्रेस, हार्मोनल बदलाव, खराब लाइफस्टाइल और अगर आपकी नींद भी पूरी नहीं हो रही है तो भी ये सब चीजें मिर्गी को ट्रिगर कर सकता है। इस बीमारी में कम जानकारी मरीज की समस्याओं को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।
एपिलेप्सी का अटैक आने पर मरीज इसको कैसे रिकवर करें, क्या-क्या करना चाहिए, किन चीजों से बचना चाहिए... योग और आयुर्वेद से महज 1 महीने में कैसे पूरी तरह से एपिलेप्सी को ठीक किया जा सकता है। ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
मिर्गी का दौरा:
- 100 बिलियन से ज्यादा न्यूरॉन
- न्यूरॉन में इलेक्ट्रो केमिकल एक्टिविटी
- केमिकल एक्टिविटी से न्यूरॉन में करंट
- करंट के जरिए शरीर में मैसेज ट्रांसफर
- इलेक्ट्रिक एक्टिविटी में खराबी से झटका
- शरीर में लगने वाला झटका ही मिर्गी अटैक है।
एपिलेप्सी की वजह:
- सिर में चोट लगना
- दिमागी बुखार
- इंफेक्शन
- ब्रेन ट्यूमर
- ब्रेन टीबी
- नशे की आदत
- ब्रेन स्ट्रोक
- मेनिन्जाइटिस
- कमजोर नर्वस सिस्टम
- डिप्रेशन होने पर
एपिलेप्सी के लक्षण:
- दिमाग ब्लैंक हो जाना
- तेज रोशनी से परेशानी
- बेहोश हो जाना
- मांसपेशियों में तनाव
ब्रेन डिसऑर्डर के लिए करें योग:
- सूक्ष्म व्यायाम
- उष्ट्रासन
- भुजंगासन
- शलभासन
- धनुराषन
- मर्कटासन
- पवन मुक्तासन
- उत्तान पादासन
- मंडूकासन
- वक्रासन
शीर्षासन के फायदे:
- ब्रेन से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- बच्चों का दिमाग तेज होता है।
- आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- ब्रेन में पूरी तरह ऑक्सीजन पहुंचता है।
- मेंटल पीस और मेमोरी पावर बढ़ती है।
सर्वांगासन के फायदे:
- हाथ-कंधों की मसल्स मजबूत बनती हैं।
- बच्चों का कंसंट्रेशन बढ़ता है।
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं।
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर होता है।
- आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा।
- चेहरे पर ग्लो आता है।
- लिवर को एक्टिव बनाता है।
भुजंगासन के फायदे:
- दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- मजबूत लंग्स से सर्दी की बीमारी नहीं होती है।
- पेट से जुड़े रोगों में कारगर है।
- शरीर को सुंदर और स्लिम बनाता है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- आसन से लंग्स मजबूत होते हैं।
मर्कटासन के फायदे:
- कमर, पेट की मसल्स स्ट्रॉन्ग होती हैं।
- हर्निया की समस्या नहीं होती है।
- फेफड़ों के लिए अच्छा योगासन है।
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है।
- कमर दर्द में फायदेमंद है।
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- लिवर को स्ट्रॉन्ग बनाता है।
- दिल के रोगों में कारगर है।
पवन मुक्तासन के फायदे:
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है।
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है।
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी।
कटि चक्रासन के फायदे:
- कमर, रीढ़ की मसल्स मजबूत होती है।
- त्वचा में चमक आती है।
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे:
- शरीर की मसल्स को मजबूत बनाता है।
- शरीर में थकान नहीं आती है।
- बॉडी को एक्टिव करता है।
- शरीर में कई तरह के दर्द दूर करता है।
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है।
- ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता है।
- हार्ट को मजबूत बनाता है।
सूर्य नमस्कार के फायदे:
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- हार्ट मजबूत होता है।
- पाचन तंत्र बेहतर होता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक है।
- डिप्रेशन दूर करता है।
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर है।
- शरीर को ऊर्जा मिलती है।
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है।
- लिवर को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है।
प्राणायाम से रहें सेहतमंद:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
ब्रेन तेज करने के लिए एक्यूप्रेशर:
पैर के दोनों अंगूठे के टॉप में प्वॉइंट- रोज 5 मिनट दबाना ब्रेन के लिए फायदेमंद होता है।
हाथ के दोनों अंगूठे के टॉप में प्वॉइंट- रोज 5 मिनट दबाना ब्रेन के लिए फायदेमंद होता है।
- रिंग फिंगर के टॉप को दबाएं।
- अंगूठे के टॉप को भी दबाएं।
- पैरों में भी इसी तरह दबाने से फायदा।
मिर्गी को मात देने के लिए कारगर औषधि:
- एलोवेरा और गिलोय का जूस पिएं।
- अश्वशिला की एक गोली तीन बार लें।
- चंद्रप्रभावटी दिन में एक-एक गोली लें।
- ब्राह्मी, शंखपुष्पी, गाजवान, सौंफ फायदेमंद।
- मेधा क्वाथ और पीपल की जटा का काढ़ा पिएं।
- मेधा क्वाथ और बरगद की जटा का काढ़ा पिएं।
सीजर में सावधान:
- मरीज को पकड़ने की कोशिश ना करें।
- मुंह में कुछ भी डालने की कोशिश ना करें।
- रोगी के फिजिकल एक्टिविटी को रोको नहीं।
- मरीज के आस-पास भीड़ ना लगाएं।
- मरीज को जूता, प्याज, मोजा ना सुघाएं।
- हमेशा पूरी नींद लेने की कोशिश करें।
- स्मोकिंग-एल्कोहल से हमेशा बचें।
- तेज चमकती रोशनी से बचना चाहिए।