योग और राजयोग की दृष्टि से आज बहुत बड़ा दिन है, क्योंकि आज चार राज्यों- पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और एक केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की सियासी किस्मत खुलेगी। इन सभी राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। यहां 822 विधानसभा सीटों पर पड़े मतों की गणना है। ऐसे में स्वामी रामदेव ने बताया है कि जो हार जाएं, उन्हें घबराना नहीं है और जो जीत जाएं, उन्हें आपा नहीं खोना है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि सब अनुलोम विलोम और भ्रामरी करें। ज्यादा बीपी बढ़ जाए तो शीतली-शीतकारी करें। शुगर बढ़ जाए तो मंडूकासन और उत्तानपादासन करें। कोरोना काल में ये आसन बेहद फायदेमंद रहेंगे।
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अगर पैर में किसी प्रकार की चोट है तो आरोग्य वटी का सेवन करें। ये गिलोय, तुलसी और नीम से बना है। ये बहुत अच्छी एंटीबायोटिक है। शरीर के अंदर की किसी चोट या घाव को ठीक करने के लिए गिलोय और गुग्गुल बहुत अच्छा होता है।
स्वामी रामदेव के मुताबिक, भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उद्गीथ .. इन्हें रोजाना करना चाहिए।
कोरोना की वजह से लंग्स पर बहुत प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए स्वामी रामदेव ने बताया कि योगाभ्यास जरूर करें। कम से कम एक-एक मिनट भस्त्रिका, अनुलोम विलोम और कपालभाति जरूर करें। आजकल बीपी, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, लीवर और किडनी की समस्याएं बहुत बढ़ रही हैं, जिनका बीपी बढ़ जाए, उन्हें अनुलोम विलोम और शीतली या शीतकारी प्राणायाम जरूर करना है।
जिन लोगों का शुगर बढ़ जाए, वो मंडूकासन जरूर करें। वहीं, जिन्हें लंबी उम्र पानी हो, वो शीर्षासन और सर्वांगासन जरूर करें। जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, वो प्राणायाम जरूर करें। सुबह-सुबह नाक में अणुतेल की बूंदें डालें। गिलोय का काढ़ा जरूर पिएं।