कहते हैं कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है और ये बात लोगों ने कोरोना काल में देखी भी। इस महामारी के दौरान सब कुछ बदल गया। इंसान सोशल रहा, लेकिन उसमें डिस्टेंसिंग का शब्द जरूर जुड़ गया। घर से बाहर तो निकले लेकिन उसमें मास्क और सावधानी भी जुड़ गई। ठीक इसी तरह पढ़ाई में लैपटॉप और ऑफिस के काम में घर की चहारदीवारी जुड़ गई। इस बदलाव से हम वायरस से तो बच गए, लेकिन लोगों की छोटी-छोटी गलतियों की वजह से ये बदलाव रीढ़ की बीमारी की वजह भी बन गया।
रिपोर्ट्स कह रही हैं कि वर्क फ्रॉम होम कल्चर शुरू होने के बाद अस्पतालों में जो अब मरीज पहुंच रहे हैं उसमें कमर दर्द वाले मरीजों की तादाद 20 फीसदी बढ़ी है। इसमें अब कम उम्र के बच्चे भी शामिल हैं। एक स्टडी के मुताबिक, भारत के करीब 60 प्रतिशत लोगों को स्पाइन से जुड़ी कोई ना कोई तकलीफ हुई है। वहीं, स्पॉन्डिलाइटिस के 10 में से 8 लोग शिकार हो चुके हैं।
सर्वे कहते हैं कि करीब 80 फीसदी लोगों को लाइफ में कभी ना कभी कमर दर्द की शिकायत रहती है और अगर वक्त रहते इस दर्द को ध्यान नहीं दिया गया और इसे क्योर नहीं किया गया तो परमानेंट डिसेबिलिटी की भी प्रॉब्लम आ सकती है। लेकिन आपको बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जब आपको कमर दर्द सताए और आप चाहते हैं कि सर्जरी की नौबत ना आए तो इसके लिए आपको योग और आयुर्वेद अपनाने की जरूरत है। स्वामी रामदेव ने बताया है कि कैसे स्पाइन के दर्द से आराम मिलेगा.. रीढ़ की हड्डी और कमर कैसे मजबूत होगी.. यहां तक की स्लिप डिस्क की बीमारी भी ठीक हो जाएगी, वो भी 15 दिनों में।
कमर-गर्दन की परेशानी:
- स्लिप डिस्क
- गर्दन-कमर में अकड़न
- फ्रोजन शोल्डर
- सर्वाइकल
- स्पॉन्डिलाइटिस
- साइटिका
स्पाइन प्रॉब्लम की वजह:
- गलत पॉश्चर
- खराब लाइफ स्टाइल
- मोटापा
- स्पाइन इंजरी
योग से ठीक करें रोग:
- भुजंगासन
- सेतुबंधासन
- मर्कटासन
- उष्ट्रासन
- कटिचक्रासन
- गोमुखासन
- शशकासन
- ताड़ासन
- पवन मुक्तासन
- शलभासन
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे:
- हार्ट को मजबूत बनाता है।
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है।
- शरीर में थकान नहीं होती है।
- ऊर्जा-स्फूर्ति का संचार होता है।
- बॉडी को एक्टिव करता है।
- शरीर में कई तरह के दर्द से राहत मिलती है।
- ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।
- मसल्स को मजबूत बनाता है।
- लिवर की बीमारियों से बचाता है।
ताड़ासन के फायदे:
- शरीर को लचीला बनाता है।
- पाचन को ठीक रखता है।
- थकान, तनाव और चिंता दूर करता है।
- बच्चों के शरीर में संतुलन बढ़ता है।
- बच्चों का कद बढ़ाता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
उष्ट्रासन के फायदे:
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर है।
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- शरीर का पॉश्चर सुधरता है।
- पाचन प्रणाली ठीक होती है।
- टखने के दर्द को दूर भगाता है।
- हार्ट से जुड़ी बीमारियों में फायदेमंद है।
- पीठ दर्द में बेहद लाभकारी है।
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाने में मददगार है।
- कमर दर्द में आराम मिलता है।
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वक्रासन के फायदे:
- कमर की मसल्स मजबूत होती हैं।
- पेट की कई समस्याओं में राहत।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
गोमुखासन के फायदे:
- सीने, कंधे की मसल्स में मजबूती आती है।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- शरीर को लचकदार बनाता है।
- थकान, तनाव और चिंता दूर होती है।
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
- कमर दर्द में फायदेमंद है।
भुजंगासन के फायदे:
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- पेट से जुड़े रोगों में कारगर है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
मर्कटासन के फायदे:
- फेफड़ों के लिए अच्छा योगासन।
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है।
- लिवर को मजबूत बनाता है।
- कमर के दर्द को ठीक करता है।
पवनमुक्तासन के फायदे:
- पेट के रोगों को दूर करता है।
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है।
- अस्थमा, साइनस में फायदेमंद है।
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।
- पेट की चर्बी को दूर करता है।
- कमर दर्द में आराम मिलता है।
उत्तानपादासन के फायदे:
- पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- एसिडिटी की समस्या दूर होती है।
प्राणायाम से रहें सेहतमंद:
अनुलोम विलोम के फायदे:
- शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
- नर्व मजबूत और शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार।
- ब्रेन को हेल्दी रखने में मददगार है।
कपालभाति के फायदे:
- बॉडी में इंस्टेंट गर्मी लाता है।
- बंद सांस नली खुल जाती है।
- मजबूत बॉडी के लिए फायदेमंद है।
- शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
कमर दर्द में औषधि:
- एकांकवीर रस 10 ग्राम
- रसराज रस 10 ग्राम
- योगेंद्र रस 1 ग्राम
- वसंत कुशमाकर 1 ग्राम
- प्रबाल पंचामृत 1 ग्राम
- मोतीपिष्टी 4 ग्राम
- स्पाइन के मरीज इन सबको मिलाकर 1-1 ग्राम की पैकेट सुबह-शाम लें।
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दर्द से राहत के लिए:
- पीडांतक
- गिलोय
- पीड़ानिल
- खाने से पहले एक-एक गोली लें।
- पीड़ांतक तेल से मालिश करें।
- दिन में दो बार मालिश फायदेमंद।
- दही, छाछ, घी, खट्टी चीज ना खाएं।
कमर दर्द में एक्यूप्रेशर:
- हाथ के पीछे से रिंग फिंगर पर प्वॉइंट।
- अंगूठे के नीचे प्वॉइंट को दबाएं।
- इंडेक्स फिंगर के पीछे की हड्डी पर प्वॉइंट