आज के समय में खराब लाइफस्टाइल, अनियमित खानपान के कारण अधिकतर लोगों को किसी न किसी बीमारी का सामना करना पड़ रहा है। स्वामी रामदेव के अनुसार शरीर को रोगों का बसेरा बनाने का सबसे बड़ा कारण आपका शारीरिक श्रम ना करना भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि रोजाना योग करे।। योग के द्वारा आपका शरीर तो हेल्दी रहता ही है। इसके साथ-साथ आपके व्यक्तित्व का भी संतुलन करता है। अगर आप भी रोजाना योग करने की सोच रहे हैं तो आप इन योगासनों और प्राणायाम के द्वारा इसकी शुरुआत कर सकते हैं।
बिगनर्स के लिए योगासन
ताड़ासन
इस आसन के लिए सीधे खड़े हो जाएं। कमर भी बिल्कुल सीधा रखें। इसके बाद दोनों हाथों की अंगुलियों को आप में फंसा लें। अब हथेलियों को अपने सिर के ऊपर ले जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे सांस लेते हुए पंजों के बल खड़े होते हुए शरीर को ऊपर की ओर खीचें। इस अवस्था में थोड़ी देर रहने के बाद दोबारा पुरानी अवस्था में आ जाएं। इस आसन को कम के कम 7-8 बार करें। इस योगासन को करने से पूरी बॉडी की स्ट्रेचिंग हो जाती है।
5 दिन में घटाएं 5 किलो वजन, स्वामी रामदेव से जानिए पेट की चर्बी कम करने का सबसे फास्ट फॉर्मूला
पादहस्तासन
इस आसन गोरिल्ला पोज के नाम से भी जानाता है। इसके लिए योग मौट में बिल्कुल सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे झुके और अपने हाथों से पैरों सो छुएं। घुटनों को बिल्कुल सीधा करें। इसके साथ ही अपने सिर को घुटनों से टच करें। इसके साथ ही कूल्हों को सीधे रखें। इस अवस्था में कुछ देर रहें। इस आसन को करने से दिल से जुड़ी बीमारी, पेट की चर्बी, लंबाई बढ़ाने, दिमाग में रक्त का संचार में फायदेमंद।
मंडूकासन
इस आसन के लिए व्रजासन या पद्मासन में बैठ जाएं। इसके बाद गहरी सांस लें और अपने दोनों हाथ के उंगलियों को मोड़कर मुट्ठी बनाएं। अब दोनों हाथ की मुट्ठी को नाभि के दोनों तरफ रखें और सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकेंगे। इस आसन में थोड़ी देर रहने के बाद फिर आराम से सांस छोड़ते हुए सीधे हो जाए। इस आसन को 5-6 बार करें। इस आसन को करने से मधुमेह वालों के लिए फायदेमंद। पैंक्रियाज में इंसुलिन रिलीज करने के साथ ही इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करें।
टाइफाइड की समस्या को जड़ से खत्म कर देंगे ये घरेलू नुस्खे, ज़रूर करें ट्राई
व्रकासन
इसके लिए सबसे पहले आराम से बैठ जाएं। इसके बाद अपने पैरों को सामने की ओर फैला देंगे पैरों के बीच में कोई गैप नहीं रहेगा इसके बाद दाएं पैर को मोड़ते हुए बाएं पैर के घुटने के बगल ले आएंगे और दाएं हाथ को पीठ के पीछे से ले जाते हुए जमीन को स्पर्श करेंगे। इसके बाद बाएं हाथ से दाहिने पैर के बाई ओर से हाथ डालते हुए दाहिने पैर के घुटने को छुएंगे। सांस की गति सामान्य रखें। इस आसन में 2-3 बार करें। इसी तरह दूसरी ओर से दोहराएं।
गौमुखासन
इस आसन के लिए वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएंगे आप चाहे तो दाहिने पैर को घुटने से मोड़ते हुए बाएं पैर के कुल्हें के नीचे रख सकते हैं और बाएं बाएं पैर को दोनों हाथों से उठाकर के घुटने से मोड़ते हुए दाहिने पैर के ठीक घुटने के ऊपर रखेंगे। इसके बाद बाएं हाथ को ऊपर से लेकर पीठ की ओर ले जाएंगे। वहीं दूसरा हाथ नीचे से होते हुए पीठ के पास जाएगा। इसके बाद दोनों हाथों की अंगुलियों एक दूसरे से पकड़ लेंगे। इस आसन को 5 मिनट तक किया जा सकता है। रीढ़ की हड्डी मजबूत, बवासीर में उपयोगी, लिवर-किडनी के लिए फायदेमंद।
कोणासन
इस आसन के किए सबसे पहले बिल्कुल सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के बीच थोड़ा सा अंतर रखें। इसके बाद लंबी सांस लेते हुए अपनी गर्दन को मोड़े और अपने शरीर को दाएं ओर में झुकाएं। बांए हाथ को बगल की ओर ऊपर लाएं और दांए हाथ को दांए टखने पर धीरे–धीरे नीचे ले जाए। इसके बाद दोनों हाथों की स्पीड और शरीर को बैलेंस करें। कुछ देर इस आसन को करके दूसरे ओर से करें। अगर कमर दर्द है तो वह आगे ज्यादा न झुकें वहीं अगर हार्निया है तो पीछे ज्यादा झुकने से बचें।
भुंजगासन
इस आसन को दो तरह से किया जाता है। इस आसन के लिए योग मैट में आराम से पेट के बल ले जाएं। इसके बाद दोनों हाथों को अपने मुंह के सामने लाकर एक दूसरे के पास रखकर पान का आकार दें। इसके बाद लंबी-लंबी सांस लेते हुए कमर के ऊपरी हिस्से को धीमे-धीमे उठाएं और फिर मुंह से अपने हथेलियों को छुए और फिर ऊपर जाएं। इस प्रक्रिया को 50 से 100 बार करना चाहिए। इस आसन को करने से लंबाई बढ़ती है। इसके साथ ही शरीर की थकावट कम होती है। पेट की चर्बा से भी दिलाएं निजात।
उष्ट्रासन
सबसे पहले योग मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं और आराम से अपने हाथ अपने हिप्स पर रख लें। इसके बाद पैरों के तलवे छत की तरफ रहें। सांस अंदर लेते हुए रीढ़ की निचली हड्डी को आगे की तरफ आने का दबाव डालें। अब कमर को पीछे की तरफ मोड़ें। धीरे से हथेलियों की पकड़ पैरों पर ही मजबूत बनाएं। बिल्कुल भी तनाव न लें। इस आसन में कुछ देर रहने के बाद आराम से पुरानी अवस्था में आ जाएं। इस योग को करने से पाचन और प्रजनन प्रणाली ठीक से काम करती है। पीठ दर्द, थायरॉयड आदि से निजात मिलता है।
मर्कटासन
मर्कटासन कई तरीके से किया जाता है। इसके लिए पीठ के बंल आराम से लेट जाए। इसके बाद कंधों के बराबर अपने हाथों को फैलाएं। फिर दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ लें। अब दोनों पैरों को मिलाकर पहले दाएं ओर करें। इसके साथ ही गर्दन को बाएं ओर मोड़े। फिर इस तरह दोबरा करें। इस आसन को करने से पीठ दर्द से निजात, रीढ़ की हड्डी संबंधी हर समस्या से निजात, सर्वाइकल, गैस्ट्रिक, गुर्दे के लिए फायदेमंद।
महिलाएं आसानी से आ सकती हैं PCOS बीमारी की चपेट में, खाएं ये 5 फूड्स और बचाएं खुद को
शलभासन
इस आसन को करने से पूरा शरीर फिट रहता है। इस आसन को करने के लिए सहसे पहले पेट के बल योग मैट में लेट जाएं। इसके बाद दोनों पैरों के पंजों को जोड़ लें। और अपने दोनों हाथों को अपने जांघ के नीचे रख लें। इसके बाद धीमे-धीमे सांस भरते हुए पैरों को ऊपर उठाएं। इस स्थिति में कुछ देर रहने के बाद पुरानी स्थिति में आ जाएं। इस आसन को कम सम कम 5 मिनट करें।
उत्तानपादासन
यह आसन बिल्कुल शलभासन के तरह होता है। बस इसमें पेट के बेल नहीं बल्कि पीठ के बल लेटकर किया जाता है। इस आसन को करने से छाती और मांसपेशियों में खिंचाव, पीठ के दर्द से निजात के साथ ही रीढ़ की हड्डी से सबंधी हर समस्या से निजात मिलता है। इसके साथ ही डायबिटीज कंट्रोल होने के साथ गर्दन और मांसपेशियों में खिंचाव होता है।
सूर्य नमस्कार
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में मददगार
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- पाचन तंत्र बेहतर रहता है
- ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में करे मदद
- शरीर में लचीलापन आता है
- स्मरण शक्ति मजबूत होती है
- वजन बढ़ाने के लिए कारगर
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- अदरक, दाचलीनी और हल्दी से बनी ये चाय तेजी से बूस्ट करेगी इम्यूनिटी, कोरोना भी रहेगा दूर
शीर्षासन
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- कार्यक्षमता को बढ़ाकर एनेर्जेटिक बनाता है
- नशे की लत से दिलाए छुटकारा
- दिमाग में ब्लड सर्कुलेट करता है
- पिट्यूटरी और पीनियल ग्रंथियों का स्राव नियमित करता है
- स्मरण शक्ति, एकाग्रता, उत्साह, स्फूर्ति, निडरता, आत्मविश्वास और धैर्य बढ़ाता है
सर्वांगासन
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बढ़ाता है
- नशे की लत से दिलाए छुटकारा
- एजिंग को रोकने में सहायक
- शारीरिक संतुलन ठीक रहता है
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती
- एकग्रता बढ़ान में मदद करता है
हलासन
- पाचन सुधारने में मदद करता है
- मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- नशे की लत से दिलाए छुटकारा
- शुगर लेवल को कंट्रोल करता है
- रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ाता और कमर दर्द में आराम मिलता है
- स्ट्रेस और थकान से दूर करता है
- दिमाग को शांति मिलती है
तिर्यक ताड़ासन
- किडनी की हर समस्या से दिलाए छुटकारा
- हाइट बढ़ाने में फायदेमंद
- रीढ़ की हड्डी की मालिश होती है
- वजन कम करने में करे मदद
- घुटने और पीठ दर्द में फायदेमंद
- पैर, जांघ, घुटनों को करें मजबूत
- शरीर के हर दर्द से दिलाए छुटकारा
- कब्ज की समस्या दूर करें
अदरक-मुलेठी से बनी ये चाय पीएं रोजाना, बूस्ट करेगी इम्यूनिटी और दूर रखेगी कोरोना वायरस से
वृक्षासन
- मल्टीपल स्क्लेरोसिस में लाभकारी
- रीढ़ की हड्डी में लाभकारी
- सीने को चौड़ा करे
- शरीर को लचीला बनाने में कारगर
- बच्चों को कद को बढ़ाए
- काम के प्रति एकाग्रता बढ़ाए
बिगनर्स करें ये प्राणायाम
- भस्त्रिका
- अनुलोम विलोम
- भ्रामरी
- कपालभाति
- उज्जायी