करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान
रसरी आवत जात तें, सिल पर परत निसान
किसी भी काम को अगर आप शिद्दत से करते हैं, तो एक दिन कामयाबी जरूर मिलती है। चाहे वो योगाभ्यास ही क्यों ना हो। योगाभ्यास-प्राणायाम शरीर को तो मजबूत बनाता ही है, हर बीमारी से भी बचाता है। लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो योगाभ्यास तो रोजाना करते हैं लेकिन उनका तरीका सही नहीं रहता। नतीजा जो फायदा मिलना चाहिए वो नहीं मिल पाता है, और फिर तमाम शिकायतों के साथ वो अपने हेल्थ प्रोग्राम को बंद कर देते हैं।
अगर योग ठीक तरीके से न किया जाए, ब्रीदिंग पर ध्यान न दिया जाए, तो योग का 100 परसेंट फायदा नहीं मिल पाता है। इसके अलावा कौन सी बीमारी में किस आसन को नहीं करना है, प्राणायाम करते वक्त कमर दर्द होती है तो क्या करें ? अगर योग करते वक्त मसल्स में खिंचाव आता हो तो क्या करें, मोटापा या फ्लेक्सिबिलटी ना होने की वजह से आसन नहीं हो पाता, तो क्या करें? इन सभी सवालों का जवाब दिया है स्वामी रामदेव ने।
स्वामी रामदेव ने बताया कौन-कौन से मरीज कौन-कौन से योगासन ना करें।
दिल के मरीज ना करें
चक्रासन
हलासन
सर्वांगासन
शीर्षासन
कपालभाति
प्रदूषण के कारण सांस लेना हुआ दूभर, स्वामी रामदेव से जानिए कैसे फेफड़ों को बनाएं मजबूत
हाई बीपी वाले ना करें
दंड-बैठक
शीर्षासन
सर्वांगासन
सर्वाइकल में सावधानी
गर्दन को आगे ना झुकाएं
आसन में झटके से वापस ना आएं
चक्कर आने पर रुक जाएं
पवनमुक्तासन में सिर ना उठाएं
कपालभाति धीरे-धीरे करें
स्लिप डिस्क में ना करें
पादहस्तासन
त्रिकोणासन
उत्तानपादासन
स्वामी रामदेव से जानिए किस योगासन के क्या फायदे हैं?
सूर्य नमस्कार
डायजेशन दुरुस्त होता है
बॉडी का डिटॉक्स होता है
स्ट्रेस-टेंशन दूर होती है
बॉडी फ्लेक्सिबल होती है
स्पाइन मजबूत होती है
शीर्षासन
सिरदर्द दूर होता है
ब्ल्ड फ्लो बेहतर होता है
गर्दन-कंधे मजबूत होते हैं
स्पाइन स्ट्रॉन्ग होती है
सर्वांगासन
हार्ट मसल्स एक्टिव होती है
थाइराइड में फायदा होता है
डायजेशन दुरुस्त होती है
स्ट्रेस दूर होता है
मंडूकासन
पेट की मसाज होती है
वजन कंट्रोल होता है
डायबिटीज क्योर होती है
अस्थमा में कारगर
शशकासन
डायजेस्टिव सिस्टम एक्टिव
बेली फैट कंट्रोल
हार्ट के लिए फायदेमंद
शुगर-थाइराइड में कारगर
गोमुखासन
लंग्स स्ट्रॉन्ग होते हैं
कमर दर्द दूर होता है
पीठ-कंधे मजबूत होते हैं
वक्रासन
पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
कैंसर की रोकथाम में कारगर
पेट की कई समस्याओं में राहत
पाचन क्रिया ठीक रहती है
कब्ज ठीक होती है
पश्चिमोत्तानासन
इम्यूनिटी मजबूत होती है
साइनस की बीमारी में आराम मिलता है
डायबिटीज कंट्रोल होती है
सिरदर्द की समस्या में आराम देता है
मोटापा कम करने में मददगार
शलभासन
फेफड़े सक्रिय होते हैं
तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता है
खून को साफ करता है
शरीर को मजबूत और लचीला बनाता है
हाथों और कन्धों की मज़बूती बढ़ाता है
भुजंगासन
किडनी को स्वस्थ बनाता है
लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
छाती चौड़ी होती है