खाने-पीने में लापरवाही कॉन्स्टिपेशन की समस्या पैदा कर सकती है। ये एक बड़ी ही आम समस्या है, जो लोगों को होती रहती है। हालांकि जिन्हें कॉन्स्टिपेशन या कब्ज की समस्या होती रहती है उन्हें काफी परेशानी होती है। पेट ठीक नहीं होने के कारण खाने-पीने का मन नहीं करता। हर वक्त चिड़चिड़ापन महसूस होने लगता है। कम फाइबर, हाई-फैट, तली-भुनी चीजों के सेवन से कब्ज हो सकती है। इसके अलावा देर तक बैठकर काम करना, नींद खराब होना, एक्सरसाइज न करने से भी कॉन्स्टिपेशन हो सकता है। खान-पान से जुड़ी गलत आदतों की वजह से ये समस्या बढ़ जाती है और बवासीर जैसी बीमारियों का कारण बनती हैं। ऐसे में आपको कब्ज से राहत पाने के लिए हाई-फाइबर फूड्स का सेवन करना चाहिए। इसके लिए जिमीकंद जिसे लोग सूरन कहते हैं एक फायदेमंद सब्जी है।
जिमीकंद खाने से कब्ज कम होती है? (Yam for constipation relief)
जिमीकंद को लोग अलग-अलग नामों से बुलाते हैं। जिमीकंद को सूरन, याम और ओल भी कहा जाता है। ये रूटी वेजिटेबल है, जो डाइटरी फाइबर से भरपूर होती है। जिमीकंद में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषकतत्व पाए जाते हैं। इसे खाने से डाइजेशन में सुधरता आता है। 10 रुपए की इस सब्जी को खाने से पेट साफ हो जाता है। इससे पेट फूलने की समस्या और दर्द में भी आराम मिलता है।
कब्ज में कैसे खाएं जिमीकंद
आप जिमीकंद यानि सूरन की सब्जी या फिर इसका भर्ता बनाकर खा सकते हैं। कई बार जिमीकंद की सब्दी खाने से लोगों को गले में खुजली की समस्या होने लगती है। इसलिए इसे उबालकर ही सब्जी बनाएं। आप इसे उबालकर भर्ता भी बना सकते हैं।
जिमीकंद खाने के फायदे (Benefits of eating yam)
- जिमीकंद हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इस सब्जी को खाने से शरीर को फॉस्फोरस मिलता है।
- डायबिटीज होने पर जिमीकंद ग्लूकोज लेवल को कम करता है और मेटाबॉलिज्म को स्ट्रॉंग बनाता है।
- जिमीकंद में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करता है।
- अगर आप गठिया के मरीज हैं तो जिमीकंद आपके लिए फायदेमंद सब्जी है। इससे जोड़ों की सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है।
- जिमीकंद में काफी मात्रा में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन होता है जो आंखों की रोशनी को तेज करता है।
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