अगर कम उम्र में ही हमेशा थकान रहे, कम खाने के बाद भी वजन तेजी से बढ़ रहा है। अगर 30 की उम्र में ही बुढ़ापे के निशान दिखने लगे तो समझ लीजिए कुछ ठीक नहीं है। बाल गिरने लगना, स्किन ड्राई, हमेशा चिड़चिड़े रहना जैसे संकेत दिख रहें तो समझ लें कि आप साइलेंट किलर थायराइड के शिकार हो गए हैं।
पुरुषों के मुकाबले महिलाएं थाइराइड की समस्या का सामना ज्यादा करती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर 10वां इंसान थायराइड की बीमारी से जूझ रहा है। इसीलिए थायराइड के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है। इसकी स्थापना यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन ने 25 मई 2008 को की थी।
थायराइड के मरीजों को अपनी लाइफस्टाइल और खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है। इसलिए जानिए कुछ ऐसे फूड्स के बारे में जिनका सेवन थायराइड के मरीजों को बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
डायबिटीज के मरीज रोजाना खाली पेट इस तरह करें करेले के जूस का सेवन, ब्लड शुगर होगा कंट्रोल
क्या है थायराइड?
थायराइड तितली के आकार का एक ग्लैंड होता है। ये सांस की नली के ऊपर होता है। थायराइड ग्लैंड थ्योरिकसिन नाम का हार्मोन बनाती है ये हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है और बॉडी में सेल्स को कंट्रोल करता है। थायराइड 2 तरह का होता है। पहला Hyperthyroid जिसमें T3 और T4 तेजी से बढ़ने लगता है और दूसरा Hypothyroid जिसमें T3 और T4 तेजी से घटने लगता है।
थायराइड के मरीज ना करें इन फूड्स का सेवन
ब्रोकली, गोभी
थायराइड के मरीजों को ब्रोकोली, केल, शलजम और गोभी, पत्तागोभी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। यह फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरी होती हैं, लेकिन इनमें आयोडीन काफी कम मात्रा में होता है। जिसके कारण यह थायराइड हार्मोन के उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकते हैं। कई रिसर्च के अनुसार इन सब्जियों को पचाने से थायराइड की आयोडीन का उपयोग करने की क्षमता अवरुद्ध हो सकती है, जो सामान्य थायराइड के लिए आवश्यक है।
कम पसीना आना हो सकता है खतरनाक, इस समस्या से निजात पाने के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय
चावल, पास्ता
थायराइड के वाले लोग ग्लूटेन के सेवन को कम करना चाहिए। ग्लूटेन वाली चीजों का अधिक सेवन करने से छोटी आंत में जलन पैदा कर सकता है और थायराइड हार्मोन की दवा ले रहें है तो उसका असर कम कर देती है। इसलिए अपनी डाइट में चावल, पास्ता, ब्रेड आदि कम ही शामिल करें।
कैफीन युक्त चीजें
थायराइड के मरीजों को कैफीन युक्त चीजों का सेवन कम से कम करना चाहिए। क्योंकि ये थायराइड ग्रंथि और थायराइड के स्तर दोनों पर बुरा प्रभाव डालता है।
फैटी फूड्स
अधिक फैटी फूड्स का सेवन करने से आपके थायराइड के हार्मोन के उत्पादन को कम कर सकता है। इसलिए आप अपनी डाइट में मक्खन, मेयोनीज़, मीट जैसे वसायुक्त फू़ड्स को कम शामिल करें।
कोरोना के हाई रिस्क में डायबिटीज पेशेंट, स्वामी रामदेव से जानें कैसे इम्यूनिटी मजबूत करने के साथ शुगर करें कंट्रोल
अधिक फाइबर युक्त बीन्स, फलियां और सब्जियां
अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन थायराइड के मरीजों को इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। यह थायराइड के उपचार को कठिन बना सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार 50 साल की उम्र तक के वयस्कों को एक दिन में 25 से 38 ग्राम फाइबर लेना चाहिए। उस लेवल से ऊपर जाने वाले साबुत अनाज, सब्जियों, फलों, बीन्स और फलियों से मिलने वाला फाइबर आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करती है और यदि आप थायराइड हार्मोन की दवा ले रहे हैं तो उसमें भी रुकावट पैदा कर सकता है।