Highlights
- अचानक गुस्सा और रोना आना डिप्रेशन लक्षण है
- मानसिक स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत 1992 में हुई थी
- नकरात्मक विचारों के दूर करें
World Mental Health Day 2022: एक समय ऐसा था जब बहुत से लोगों को मेंटल हेल्थ (मानसिक स्वास्थ्य) के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन आज लोग सामने आकर इस पर खुलकर बात कर रहे हैं। मेंटल हेल्थ को लेकर लोग जागरूक हो इसलिए 10 अक्टूबर को दुनिया भर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1992 में वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ ने की थी। ऑस्ट्रेलिया समेत कई अन्य देशों में मेंटल हेल्थ के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह भी मनाया जाता है।
ये भी पढ़ें: Vitamin A Deficiency: शरीर में दिखें ये लक्षण तो हो जाएं सावधान, विटामिन ए की कमी से जा सकती है आंखों की रोशनी
आज पूरी दुनिया में ज्यादातर लोग मेंटल हेल्थ की समस्या से जूझ रहे हैं। हमारे आसपास ऐसे कई मुस्कुराते चेहरे हैं, जिसे देखकर बिल्कुल अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है वो अवसाद (डिप्रेशन) में है। यही सबसे बड़ी चुनौती है कि हम इसे पहचाने कैसे? अवसाद से लड़ने के लिए इसके लक्षणों को जल्द जानना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में हमें हर अन्य बीमारी की तरह मेंटल हेल्थ (Mental health) को भी तवज्जों देने की जरूरत है, जिससे समय रहते इसका इलाज किया जा सकें। अगर आप या आपके जानने वाले किसी भी तरह के मानिसक बीमारी या डिप्रेशन (Depression) जैसी समस्याओं जूझ रहे हैं तो आज से ही सावधान हो जाएं।
इन लक्षणों की कभी न करें अनदेखी
1. अकेला महसूस होना
अपने आसपास परिवार, दोस्त और रिश्तेदारों के रहने के बावजूज कई बार लोग अकेलापन महसूस करते हैं। उदासी और दुखी रहना डिप्रेशन का सबसे आम लक्षण है। अगर आपके किसी अपने या खुद के साथ ऐसा हो रहा है तो सर्तक को जाएं।
2. अचानक गुस्सा या रोना आ जाना
डिप्रेशन के शिकार लोगों में अपनी भावनाओं पर कोई काबू नहीं रहता है। अचानक ही उन्हें गुस्सा और रोना आ जाता है। ऐसे व्यक्ति अपनी जिंदगी से काफी निराश हो चुके होते हैं, इसलिए वो चिड़चिड़ापन और फ्रस्ट्रेशन महसूस करते हैं।
3. खुद को किसी के किसी काबिल न मानना
मैं कभी कुछ नहीं कर सकता/सकती, मैं कभी कामयाब नहीं हो सकता/सकती, मुझे एक काम ढ़ंग से नहीं होता....इन जैसे वाक्यों को दोहराने वाले लोग अंदर से अवसादग्रस्त के शिकार रहते हैं। अपनी कमियों को पहचानना बेहद जरूरी है लेकिन खुद को बेकार समझना ठीक नहीं है। अपने आप को लेकर ऐसी हीन भावना रखना व्यक्ति को डिप्रेशन के अंधकार में धकेल देता है।
4. खुद को खत्म करने का ख्याल आना
जिंदगी में मिली असफलता और रिजेक्शन की वजह से कई बार बहुत से लोग सुसाइड करने की सोचते हैं। ऐसे में आपके घर या आसपास ऐसे लोग मौजूद है तो उनका विशेष रूप से ख्याल रखें।
5. शरीर में दर्द होना
कुछ शारीरिक लक्षण ,जैसे बॉडी पेन, सिर दर्द ,बदन दर्द, डाइजेस्टिव प्रॉब्लम, डिप्रेशन का एक हिस्सा है। तो इन लक्षणों को भी नजरअंदाज न करें।
ये भी पढ़ें:Yoga Tips: पॉल्यूशन से बच्चों में बढ़ रही हैं बीमारियां, स्वामी रामदेव से जानिए यौगिक और आयुर्वेदिक उपाय
डिप्रेशन को दूर करने का तरीका
- सूर्य नमस्कार या मेडिटेशन करें
- नकारात्मक विचारों को दूर करें
- रात में जल्दी सोएं
- सुबह उठें, इससे तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है
- प्रकृति के बीच समय बिताएं
- अपने पसंद का गाना सुने
- कॉमेडी या अन्य कोई अच्छी सी फिल्म देखें
- स्ट्रेस को कंट्रोल रखें
- डॉक्टर से संपर्क करें
- योगा करें