हेपेटाइटिस (Hepatitis) लीवर से जुड़ी एक बीमारी है, जो मुख्य तौर पर वायरल इन्फेक्शन की वजह से होती है। इस बीमारी में लीवर में सूजन आ जाती है। भारत में हेपेटाइटिस की परेशानी बहुत तेजी से बढ़ी है। WHO की 'ग्लोबल हेपेटाइटिस रिपोर्ट 2024' के मुताबिक, भारत हेपेटाइटिस प्रॉब्लम के मामले में चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। लिवर इंफेक्शन की वजह से हर साल दुनिया में 13 लाख लोगों को जान गवांनी पड़ती है। वहीं इसकी वजह से फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। लिवर से जुड़ी इस बीमारी को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए देश भर में 28 जुलाई को हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। ऐसे में आकाश हेल्थकेयर में, इंटरनल मेडिसिन और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. प्रभात रंजन सिन्हा हमें बता रहे हैं कि हेपेटाइटिस से अपना बचाव कैसे किया जाए?
क्या है हेपेटाइटिस?
लिवर से जुड़ी हेपेटाइटिस वायरल इन्फेक्शन की वजह से होती है। इस बीमारी में मरीज के लीवर में सूजन आ जाता है। बता दें, हेपाटाइटिस में ए,बी,सी,डी और ई वायरस लिवर का सूजन बढ़ाते हैं। यह बीमारी अब एक महमारी का रूप ले चुकी है, हर साल इसकी वजह से होने वाली मौतों का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है।
हेपेटाइटिस के लक्षण:
- थकान, बॉडी में सूजन और दर्द
- वजन लगातार कम होना,
- टॉयलेट का गहरा रंग होना,
- मिट्टी के रंग का मल होना
- बहुत ज़्यादा कमजोरी
किन कारणों से हो सकता है हेपेटाइटिस?
हेपेटाइटिस बी और सी ब्लड ट्रांसफ्यूजन की वजह से होता है। यानी की किसी भी तरह का रक्त का संपर्क होने पर हेपेटाइटिस बी और सी हो सकता है। इसलिए अगर आप रक्त के संपर्क में आते हैं तो अच्छी तरह से हाथ धो लें। साथ ही अनप्रोटेक्टेड सेक्स यानी यौन साथी अधिक होने पर हेपेटाइटिस संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। जो लोगों पहले से ही हेपेटाइटिस से ग्रसित हैं उनके साथ यौन संबध बनाने पर भी यह बीमारी होती है इसलिए उचित गर्भनिरोधक विकल्प का उपयोग करें। साथ ही किसी पेशेवर द्वारा ही टैटू बनवाएं। सुइयों और टैटू से भी हेपेटाइटिस होने का डर रहता है।
हेपेटाइटिस में कौन सा वैक्सीन लगाना चाहिए?
किसी भी संक्रमण से बचने के लिए समय पर टीकाकरण करना बेहद ज़रूरी होता है। हेपेटाइटिस ए और बी ये दोनों वैक्सीन इस वायरस को खत्म करने में बहुत प्रभावी हैं। आप अपने डॉक्टर से परामर्श कर यह टिका लगा सकते हैं।