हेपेटाइटिस जानलेवा बीमारी है। अगर इस बीमारी का समय पर इलाज नहीं हुआ तो ये लिवर सिरोसिस और बाद में कैंसर का रूप ले लेती है। हर साल इस बीमारी की चपेट में आने से कई लोग जिंदगी की जंग हार जाते हैं। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को कोरोना का खतरा ज्यादा है। इसलिए इससे पीड़ित लोग अपना इस वक्त बहुत ही ख्याल रखें। 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है। जानें क्या है हेपेटाइटिस, इसके प्रकार और लक्षण।
हेपेटाइटिस क्या है
हेपेटाइटिस होने पर लीवर में सूजन हो जाती है। यह आगे चलकर लीवर कैंसर का कारण भी बन सकता है।
हेपेटाइटिस के लक्षण
हेपेटाइटिस के लक्षणों में थकान, पेशाब का पीलापन बढ़ना, पेट दर्द, भूख कम लगना, अचानक वजन घटना, आंखों का पीलापन और फ्लू जैसे लक्षण शामिल हैं।
हेपेटाइटिस के प्रकार
हेपेटाइटिस 4 प्रकार का होता है। ए, बी ,सी और डी। जानें इनके बारे में..
हेपेटाइटिस ए
सबसे ज्यादा लोग हेपेटाइटिस ए का ही शिकार होते हैं। ये संक्रमण दूषित पानी और खाने से होता है। इसके लिए मरीज को किसी एंटीवायरल मेडिसन की जरूरत नहीं होती।
हेपेटाइटिस बी
हेपेटाइटिस बी सबसे खतरनाक होता है। हेपेटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति की बॉडी फ्लूयड जैसे ब्लड, वेजाइनल सीक्रेशन और सीमन से होता है।
हेपेटाइटिस सी
ये बीमारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होती है।
हेपेटाइटिस डी
इसे डेल्टा हेपेटाइटिस भी कहते हैं। ये लीवर की गंभीर बीमारी है। ये संक्रमण इफेक्टेड ब्लड के संपर्क में आने से होता है।
हेपेटाइटिस से बचाव
- कुछ भी खाने से पहले हाथों को जीवाणुनाशक साबुन या फिर हैंड सैनिटाइजर से साफ करना चाहिए
- व्यक्तिगत व सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता रखनी चाहिए
- अस्वच्छ व अस्वास्थ्यकर पानी न पीएं
- सड़कों पर लगे असुरक्षित फूड स्टालों के खाद्य पदार्र्थों से परहेज कर हेपेटाइटिस ए और हेपेटाइटिस ई वायरस से बचाव किया जा सकता है
- हेपेटाइटिस ए से बचाव के लिए टीका(वैक्सीन) भी उपलब्ध है। इस वैक्सीन को लगाने के बाद आप ताउम्र हेपेटाइटिस ए से सुरक्षित रह सकते हैं।