इन दिनों, दिल्ली वालों से उनके मेहमान कुछ ऐसा ही कह रहे होंगे। खैर, मेहमानों की छोड़िए आप अपनी बताइए, गर्मी में सर्दी का मजा ले रहे हैं ना आप? भई मौसम ने तो गजब की करवट ली है। दिल्ली-NCR में नॉर्मल से 10 डिग्री टेम्परेचर नीचे गिर गया है। पूरे उत्तर भारत में भी अगले तीन दिन बारिश का अनुमान हैं तो, फिर लू-तपिश और उमस से दूर कुछ दिन खुशनुमा मौसम का मजा लीजिए।
सांस लेने के लिए बोनस में साफ हवा के दिन भी दोगुने मिल रहे हैं इस साल इन चार महीनों में 52 दिन दिल्ली-एनसीआर वालों को शुद्ध हवा मिली है। जबकि इसी पीरियड में आखिरी बार 2020 में 68 दिन लोगों ने साफ हवा में सांस ली थी।
साफ हवा, ऐसे ही मिलती रहे तो फिर आधी बीमारी तो वैसे ही दूर हो जाएंगी। लेकिन ये मुमकिन है नहीं, ये तो कुछ दिनों की बात है क्योंकि CSE यानि सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट की रिपोर्ट के मुताबिक एयर पॉल्यूशन की वजह से लोगों की उम्र तकरीबन 5 साल कम हो रही है।
ठीक बात है, भले ही मौसम अभी सुहाना है लेकिन आने वाले दिनों में गर्मी तो बढ़ेगी। उमस भी होगी धूल भरी हवा-आंधी भी चलेगी। पोलन तो वैसे ही है जो सांस के मरीजों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा रही है। दरअसल, अचानक टेम्परेचर चेंज से एलर्जी ट्रिगर होती है जिससे सांस की नली में सूजन आती है नमी और पोलन से रेस्पिरेटरी ट्रैक, ब्लॉक हो जाता है जो अस्थमा पेशेंट्स की तकलीफ बढ़ा देता है।
हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो इस मौसम में। 30 परसेंट तक दमा के मरीज बढ़ जाते हैं पहले ही दुनिया के 10 प्रतिशत एस्थमेटिक अकेले भारत में हैं उसमें भी डरने वाली बात ये है कि इनमें 15 परसेंट 5 से 11 साल के छोटे बच्चे हैं।
अब इसके लिए तो, योग और प्राणायाम से बेहतर कोई उपाय नजर नहीं आता वैसे भी आज 'वर्ल्ड अस्थमा डे' है तो चलिए लंग्स और रेस्पिरेटरी ट्रैक को हेल्दी बनाने के उपाय स्वामी रामदेव से जानते हैं ताकि मौसम का लुत्फ हर कोई उठा सके।
अस्थमा की परेशानी, सांसों पर इमरजेंसी
मौसम बदलना
एलर्जी
हॉर्मोनल चेंज
ज्यादा टेंशन
प्रदूषण
World Asthma Day 2023: इस मौसम में सबसे ज्यादा होता है अस्थमा का खतरा, खुद एक्सपर्ट ने बताया कैसे करें बचाव
अस्थमा के लक्षण
बार-बार खांसी आना
देर तक खांसी होना
ब्रीदिंग में सीटी जैसी आवाज
चेस्ट में जकड़न-भारीपन
सांस फूलना
अस्थमा में आराम
गुनगुना पानी पीएं
भरपूर नींद लें
गिलोय का काढ़ा पीएं
तुलसी के पत्ते चबाएं
अनुलोम-विलोम करें
लंग्स हेल्दी बनाएं
बेसन की रोटी
भुना चना लें
मुलेठी चबाएं
फेफड़े बनेंगे फौलादी क्या करें ?
रोज प्राणायाम करें
दूध में हल्दी-शिलाजीत लें
त्रिकुटा पाउडर लें
गर्म पानी पीएं
तला खाने से बचें
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अस्थमा में आराम
सोते वक्त तलवों पर सरसों तेल लगाएं
नाभि में सरसों तेल डालें
नाक में सरसों तेल डालें
हल्दी है रामबाण
दूध में कच्ची
हल्दी पकाएं
हल्दी-दूध में शिलाजीत मिलाएं
हल्दी दूध लंग्स के लिए फायदेमंद