जो खुद का ख्याल रखते हैं.. जो खुद से प्यार करते हैं, ये बात सोलह आने सच है, लेकिन जब बात महिलाओं की आती है तो उन पर ये फलसफा फिट नहीं बैठता। क्योंकि परिवार को सहेज कर रखने वाली घर-ऑफिस की दोहरी ज़िम्मेदारी निभाने वाली मां-बहन-बेटियां अक्सर खुद का ख्याल भूल जाती हैं। इसे आसान शब्दों में कहें तो महिलाएं ज़िंदगी के हर एक्ज़ाम में तो अव्वल रहती हैं लेकिन अपनी हेल्थ की केयर करने में वो कहीं ना कहीं पीछे छूट जाती हैं। एक लेटेस्ट स्टडी से पता चला है कि देश में करीब 24 हज़ार महिलाओं की मौत प्रेगनेंसी के दौरान हो जाती है और कहीं ना कहीं उनकी लापरवाही इसकी बड़ी वजह है क्योंकि वो फैमिली में इतना इनवोल्व हो जाती हैं कि खुद की परेशानियों को प्रेगनेंसी के दौरान भी नज़रअंदाज़ करती हैं। घर और ऑफिस के काम को बैलेंस करने के चक्कर में उनका खाने का पैटर्न बिगड़ा रहता है। खाना मिस हो जाता है, जल्दी उठने देर से सोने से नींद की कमी होती है और कई बार वर्क प्रेशर से वो तनाव में आ जाती हैं और फिर यही दिक्कतें उनको धीरे धीरे बीमार करने लगती हैं वो दिल की बीमारी, स्ट्रोक, डायबिटीज, मोटापा, और हार्मोनल इम्बैलेंस का शिकार हो जाती हैं।
हाल ये है कि देश में 29% महिलाओं की हार्ट डिज़ीज़ से मौत हो जाती है, तो लंग कैंसर के बाद ब्रेस्ट कैंसर से सबसे ज़्यादा जान जाती है। देश की 60% महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस से जूझ रही हैं तो हर साल 12 करोड़ महिलाएं तनाव की शिकार होती हैं। इनके अलावा PCOD भी बेहद खतरनाक है। देश में करीब 10 प्रतिशत महिलाएं पीसीओडी की परेशानी से जूझ रही है। ये बीमारी इतनी खतरनाक है कि वक्त पर इलाज ना हो तो ओवरी कैंसर तक हो सकता है। इतना ही नहीं PCOD की शिकार महिलाओं के गर्भ से जन्म लेने वाले बच्चों में ऑटिज्म की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है और तो और ऑटो इम्यून डिज़ीज़ की अगर बात करें तो 80 से ज़्यादा ऑटो इम्यून डिज़ीज़ में से 75 प्रतिशत बीमारियां महिलाओं में पाई जाती हैं। लेकिन सच ये भी है कि वो सही लाइफस्टाइल अपनाएं और खुद का ख्याल रखें तो इनमें से आधी से ज़्यादा बीमारियों को बड़ी आसानी से मात दे सकती है और इस काम में उनकी मदद करने के लिए स्वामी रामदेव हमारे साथ जुड़ चुके हैं।
महिलाओं में बीमारियां
- कमजोर हड्डियां
- एनीमिया
- PCOD
- थायराइड
- इर्रेगुलर पीरियड्स
महिलाओं की सेहत बिगड़ी
40% लाइफस्टाइल डिजीज की दवा लेती हैं
18 से 35 साल की महिलाओं में मोटापा, डायबिटीज
40 साल के बाद कैल्शियम की कमी
56 % महिलाएं हैं एनिमिक
4 करोड़ महिलाओं को थायराइड
70% में कैल्शियम की कमी
70% में विटामिन डी की कमी
कैल्शियम की कमी - बीमारी
ऑस्टियोपोरोसिस
कमज़ोरी
आर्थराइटिस
दांत कमज़ोर
डिप्रेशन
स्किन प्रॉब्लम
कैल्शियम के लिए -क्या खाएं
दूध
बादाम
ओट्स
बीन्स
तिल
सोया मिल्क
आयरन की कमी - बीमारियां
एनीमिया
सिरदर्द
थकान
चक्कर
सांस लेने में दिक्कत
झड़ते बाल
आयरन के लिए - क्या खाएं
पालक
चुकंदर
गाजर
ब्रॉकली
मटर
अनार
PCOD के लिए - क्या करें?
जंक फूड ना खाएं
एलोवेरा जूस पीएं
वजन कंट्रोल करें
चाय-कॉफी कम लें
थायराइड के लिए - क्या करें
कपालभाति करें
सिंहासन फ़ायदेमंद
खट्टी चीजें ना खाएं
तला-भुना ना खाएं
कुछ देर धूप में बैठें
महिलाएं रहेंगी फिट - बदले आदतें
बासी खाना ना खाएं
ब्रेकफास्ट जरूर करें
स्ट्रेस ना लें
दोपहर में आराम करें
बीमारी को इग्नोर ना करें
अपना भी ख्याल रखें