रोजाना हल्की फुल्की जॉगिंग करने से स्वास्थ्य बेहतर होता है और शरीर भी फिट होता है लेकिन क्या इसे करने से हमारी मांशपेशियां मजबूत होती है? इस बारे में डॉक्टर विज्ञान मिश्रा का कहना है कि रोज़ हल्का फुल्का जॉगिंग करने से आपकी सेहत अच्छी होगी लेकिन इससे आपकी मसल्स या स्टेमिना मजबूत नहीं होंगी। मसल्स को लेकर इसका प्रभाव अन्य व्यायामों की तुलना में सीमित है। हालांकि , जॉगिंग मुख्य रूप से एक एरोबिक एक्सरसाइज़ है जो आपके दिल की सेहत और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाती है। बेहतरीन फिटनेस के लिए, जॉगिंग जैसे एरोबिक व्यायाम को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसे एनारोबिक व्यायाम के साथ करना आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होगा। ऐसा करने से न केवल दिल की सेहत दुरुस्त होगी बल्कि आपकी मांशपेशियां भी मजबूत होंगी। चलिए जानते हैं जॉगिंग करने से हमें क्या फायदे होते हैं?
जॉगिंग करने से शरीर को मिलते हैं ये फायदे:
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कार्डियोवैस्कुलर फायदे: नियमित जॉगिंग करने से कार्डियोवैस्कुलर सहनशक्ति बढ़ती है जिससे आपके हृदय के स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह हृदय और फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाती है, जिससे पूरे शरीर में ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है।
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मांसपेशियों की सहनशक्ति: हल्की जॉगिंग मांसपेशियों की मजबूती की बजाय मांसपेशियों की सहनशक्ति को बढ़ाती है। यह स्टेमिना बनाने में मदद करती है, जिससे मसल्स बिना थके लंबे समय तक एक्सरसाइज़ कर सकता है।
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वजन करता है कम: लगातार जॉगिंग करने से कैलोरी कम होती है जिससे आपका वजन कम होता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने से मांसपेशियों और जोड़ों में तनाव कम होता है, जो बेहतर शारीरिक शक्ति और समग्र मस्कुलोस्केलेटल स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है
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मानसिक स्वास्थ्य करे बेहतर: जॉगिंग करने से हमारी बॉडी से एंडोर्फिन रिलीज़ होती है जो तनाव को कम करती है और मूड को बेहतर बनाती है। बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए हल्का फुल्का जॉगिंग भी बेहद फायदेमंद है
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स्टेंथ टेनिंग एक्सरसाइज़: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को बढ़ाने के लिए, एक्सपर्ट भारोत्तोलन, बॉडीवेट व्यायाम (जैसे, पुश-अप, स्क्वाट, लंज) जैसी एक्सरसाइज़ करने की सलाह देते हैं जो आपके मसल्स को मजबूत करते हैं