आजकल हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसके पीछे एक बड़ा कारण हाई कोलेस्ट्रॉल है। अब बात हाई कोलेस्ट्रॉल की कर रहे हैं तो बता दें कि खराब लाइफस्टाइल और डाइट की वजह से ये समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। दरअसल, आप जो खराब फैट या कहें कि ट्रांस फैट वाले फूड्स का सेवन कर रहे हैं ये आपकी धमनियों में जमा हो सकता है। इसके बाद ये ब्लॉकेज का कारण बन सकता है और खराब ब्लड सर्कुलेशन की वजह से आपके दिल पर प्रेशर पड़ सकता है। इसके अलावा फिजिकली एक्टिव न होना और एक्सरसाइज न करना इस समस्या को और बढ़ा सकती है। ऐसे में जरूरी है कि हम शरीर में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकें और इसके लिए ये कोलेस्ट्ऱॉल टेस्ट करवाएं। जिसके बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने Dr.Akash Shah, Consultant pathologist-Neuberg Supratech reference Laboratories से बात की है।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट क्या है- What is a cholesterol test?
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट, जिसे लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (lipid profile) के रूप में भी जाना जाता है, आपके खून में विभिन्न प्रकार के कोलेस्ट्रॉल और फैट के स्तर को मापता है। यह आपके हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को कम करता है। आमतौर पर इस टेस्ट में एलडीएल यानी कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL-low-density lipoprotein) कोलेस्ट्रॉल का माप शामिल होता है, जिसे अक्सर बैड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। साथ ही इसमें ट्राइग्लिसराइड्स लेवल भी चेक किया जाता है।
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कोलेस्ट्रॉल की जांच कब करनी चाहिए-When should get tested for cholesterol in hindi
एक सामान्य व्यक्ति के लिए, कोलेस्ट्रॉल टेस्ट बताता है कि आप कितनी मात्रा में और कैसा फैट का सेवन कर रहे हैं। 20 साल और उससे अधिक उम्र के वयस्कों को हर चार से छह साल में कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को ट्रैक करने और किसी भी संभावित जोखिम की पहचान करने में मदद करता है। इसके अलावा कुछ लोगों के लिए ये बेहद जरूरी हो जाता है। जैसे
1. 40 से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए क्योंकि इस उम्र के लोग ज्यादा स्ट्रेस और अनहेल्दी लाइफस्टाइल से गुजर रहे होते हैं।
2. धूम्रपान करने वाले लोगों को जिनके परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, उन्हें नियमित रूप से ये टेस्ट करवाना चाहिए।
3. डायबिटीज, हाई बीपी और मोटापे से ग्रस्त लोगों में भी इसका खतरा ज्यादा होता है।
4. अनहेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट वाले लोगों के लिए कोलेस्ट्रॉल की जांच करना जरूरी है।
इसके अलावा ये उन लोगों के लिए जरूरी है जो ऐसी दवाए ले रहे हैं जो कोलेस्ट्रॉल पर प्रभाव डाल सकती हैं। अंत में, हृदय रोग या स्ट्रोक वाले लोगों के लिए भी लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (lipid profile test) जरूरी है।
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तो, कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाते रहें। इसके अलावा हाई कोलेस्ट्रोल से बचने के लिए डाइट को हेल्दी रखें और फिर एक्सरसाइज करते रहें। साथ ही, एक्सपर्ट के बताए इन बातों का ध्यान रखें।