मानसून के साथ ही कई गंभीर बीमारियों का आगमन हो जाता है। समय रहते अगर सतर्क नहीं हुए तो डेंगू, जीका और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। ये तीनों बीमारियां एक ही मच्छर के काटने से होती हैं। चिकनगुनिया होने पर शरीर में तेज बुखार के साथ कई लक्षण दिखते हैं। चिकनगुनिया मादा एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस नाम के मच्छर के काटने से होता है। आइए जानते हैं चिकनगुनिया होने का खतरा किसे है और इसके 3 प्रमुख लक्षण क्या हैं।
चिकनगुनिया होने का खतरा किसे है? (Who is affected by chikungunya virus)
चिकनगुनिया एक वायरल बुखार है, जो सबसे ज्यादा नवजात शिशु, 65 वर्ष की आयु से अधिक के लोगों और हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और दिल के रोगों वाले मरीजों को अपना शिकार बनाता है। ऐसे लोगों को मानसून के मौसम में खास सावधानियां बरतनी चाहिए। सबसे जरूरी है कि आप मच्छरों के काटने से बचें और अपने आस-पास पानी जमा नहीं होने दें और सफाई रखें। इसके साथ ही पूरे कपड़े पहनें।
चिकनगुनिया के 3 लक्षण क्या हैं? (symptoms of Chikungunya)
तेज बुखार
चिकनगुनिया वायरस से पीड़ित व्यक्ति को तेज बुखार आता है। ये बुखार 102 डिग्री फारेनहाइट या इससे ज्यादा रहता है। ऐसे में डॉक्टर के परामर्श के साथ दवाएं लें।
जोड़ों में दर्द
चिकनगुनिया होने पर जोड़ों में तेज दर्द की समस्या होती है। चिकनगुनिया के कुछ मरीजों को लंबे समय तक जोड़ों में दर्द रहने की वजह से गठिया (Arthritis) की बीमारी होने की संभावना रहती है।
सिरदर्द
चिकनगुनिया में मरीज को बुखार के साथ सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान और रैशेज पड़ना जैसी समस्याएं होती हैं। चिकनगुनिया का बुखार 3 से 7 दिन तक रहता है कुछ लोगों में ये 12 दिन तक रहता है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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