हम सबकी स्मार्ट बॉडी की खासियत ये है कि ये खुद ही अपना इलाज करना जानती है फिर चाहे वो एनर्जी-टेम्परेचर-वेट कंट्रोल करने वाला थायराइड हो या फिर शुगर बैलेंस रखने वाला इंसुलिन। इमोशनली फिट रखने वाला कॉर्टिसोल-सेरोटोनिन हो या फिर सोने-जागने की साइकिल को रेग्युलेट करने वाला मेलाटोनिन। ये जो ह्यूमन बॉडी है इसमें ऊपर वाले ने सेल्फ हीलिंग सिस्टम लगाया है जो चोट लगने पर कोई अंदरुनी गड़बड़ी होने पर खुद ही ठीक करना जानता है। पर इंसान है कि छोटी-मोटी दिक्कत होते दवा और अस्पताल के फेर में पड़ जाता है।जब हमारा शरीर इतना स्मार्ट है तो फिर लोग बार-बार बीमार क्यों पड़ते हैं।वर्कआउट के बाद भी पेट पर फैट क्यों आता है? लाइफ स्टाइल ठीक होने के बावजूद शुगर-बीपी परेशान क्यों करता है? वो इसलिए कि वो अपने खाने की थाली पर ध्यान नहीं दे रहे हैं उन्हें सबसे पहले चेक करना चाहिए कि वो क्या खा रहे हैं किस proportion में खा रहे हैं। कहने का मतलब ये कि मैदा, नमक, चीनी, चावल किस मात्रा में ले रहे हैं।
स्वाद के चक्कर में ये चारों चीजें इन दिनों सफेद जहर बन चुकी हैं और तमाम बीमारियां की वजह बन रही हैं। अब नमक को ही ले लीजिए WHO हर दिन 5 ग्राम नमक खाने की हिदायत देता है जबकि देश के 100 में 99 लोग हर दिन इसकी दोगुनी मात्रा खाते हैं। नतीजा हाइपरटेंशन महामारी बन चुका है। आपको जानकर ताज्जुब होगा शहरों में हर तीन में से एक का बीपी हाई रहता है ठीक इसी तरह एक दिन में 5 चम्मच से ज्यादा चीनी नहीं खानी है लेकिन अमूमन एक इंसान साल भर में 28 किलो चीनी खा जाता हैं जो कि तकरीबन 3 गुना ज्यादा है जबकि चीनी को कम करके डायबिटीज से बचा जा सकता है। मोटापे की सौगात देने वाले सफेद जहर मैदा और पॉलिश राइस से भी बचना होगा क्योंकि इसकी वजह से थाली टेस्टी तो होती है लेकिन हेल्दी नहीं क्योंकि उसमें मौजूद रिफाइंड कार्ब्स की वजह से शरीर को ज्यादा इंसुलिन बनाना पड़ता है इससे जल्द भूख लगती है और लोग ओवरइटिंग करते हैं जिससे वजन बढ़ता है। मतलब ये कि सफेद नमक सफेद चीनी और सफेद मैदा-चावल की क्वांटिटी कम कीजिए। साथ में रोज योग कीजिए ताकि लाइफ की क्वालिटी बढ़ सके।
सफेद जहर से बचें - कैसे करें रिप्लेस ?
सफेद चावल- ब्राउन राइस
मैदा-मल्टीग्रेन आटा, जौ, रागी
चीनी- गुड़, शहद,शक्कर ( कम मात्रा में )
सफेद नमक- सेंधा नमक
5 'S' से बचें -तंदुरुस्त रहें
- स्ट्रेस
- स्मोकिंग
- सॉल्ट
- शुगर
- सेडेंटरी लाइफस्टाइल
100 साल जीएं-मोटापे से बचें
- वजन पर कंट्रोल करें
- किडनी फेल्यॉर के चांस 7 गुना ज्यादा
निरोगी रहेगी काया - स्ट्रेस मिटाएं
- स्ट्रेस से बीपी हाई
- एंग्जाइटी मरीजों में
- किडनी डिजीज का खतरा ज्यादा
निरोगी जीवन जीएं
- डायबिटीज कंट्रोल करें
- शुगर लेवल मेंटेंन रखें
- 70% शुगर पेशेंट को
- किडनी की बीमारी