सफेद जहर से बचें, कैसे करें रिप्लेस? स्वामी रामदेव से जानें
सफेद जहर से बचें, कैसे करें रिप्लेस? स्वामी रामदेव से जानें
सेहत के लिए कुछ फूड्स सफेद जहर के समान (white poison food) होते हैं। ऐसे में आप इन फूड्स की मदद से इन्हें रिप्लेस कर सकते हैं। जानते हैं कौन सी हैं ये चीजें।
इन दिनों सब जल्दी में हैं...ऐसा लगता है कि कोई काम जल्दी खत्म हो जाए ताकि अगले टास्क तक पहुंच सकें। इस बात की परवाह भी नहीं है कि अगली चीज क्या है। बस भागते रहें। भले ही जिंदगी के अच्छे लम्हें छूट जाएं, आखिर ऐसी क्या जल्दी है भाई ?? इसका जवाब तो जल्दबाजी करने वालों को भी नहीं पता। वैसे ऐसी साइकोलॉजिकल कंडीशन को 'पॉपकॉर्न ब्रेन' कहते हैं जो इन दिनों हेल्थ एक्सपर्ट्स की नजर में मेडिकल क्राइसिस बनता जा रहा है क्योंकि इसका बुरा असर देर-सबेर शरीर के तमाम वाइटल ऑर्गन्स पर पड़ता है।
अब आप समझना चाहेंगे कि आखिर ये हो क्यों रहा है। दरअसल AI के जमाने में घर से लेकर दफ्तर तक हर किसी को ज्यादा वक्त फोन, गैजेट्स, लैपटॉप, कम्प्यूटर पर गुजारना पड़ता है। नतीजा, दिमाग डिजिटल दुनिया की मल्टी टास्किंग और स्क्रॉलिंग का इतना आदी हो जाता है कि एक वक्त में दिमाग में एक साथ कई चीजें चलती रहती हैं।
मतलब ये कि दिमाग में थॉट्स जो हैं वो पॉपकॉर्न की तरह पॉपअप करते रहते हैं जिसका निगेटिव इफेक्ट ब्रेन से लेकर बॉडी पर पड़ता है।
कैसे ? ये मैं समझा देती हूं। देखिए multiple thoughts आने से सबसे पहले तो कंसंट्रेशन बिगड़ता है। काम पर फोकस करने में दिक्कत होती है। धीरे-धीरे इससे मेमोरी पर बुरा असर पड़ता है। इतना ही नहीं इमोशनल हेल्थ डिस्टर्ब होने के साथ-साथ एंग्जाइटी शुरु हो जाती है। और फिर हर काम में हड़बड़ी दिखने लगती है।जाहिर है इससे काम तो बिगड़ता ही है ब्लड सर्कुलेशन भी इम्बैलेंस होता है और ये तो हम सब जानते ही हैं कि एक बार बीपी की परेशानी शुरु हुई तो फिर हार्ट, लिवर, किडनी से जुड़ी तमाम बीमारियों की एंट्री होने लगती है। तो चलिए,आज 'पॉपकॉर्न ब्रेन' कंडीशन को करेक्ट करने के साथ इसके तमाम साइड इफेक्ट को भी दूर करते हैं।
India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें हेल्थ सेक्शन