नमक के बिना खाने का स्वाद अधूरा है। खाने में नमक कम हो जाए या ज्यादा हो जाए तो स्वाद खराब हो जाता है। नमक के बिना किचन में बनने वाले खाने का कोई मोल नहीं है। एक बार को खाने में मसाले कम या ज्यादा हो जाएं, लेकिन नमक ठीक हो तो स्वाद अच्छा लगता है। खाने में नमक की मात्रा और आप कौन सा नमक खाते हैं ये सेहत पर भी असर डालता है। नमक एक या दो नहीं बल्कि 10 तरह का होता है, जिसका उपयोग खाने में किया जाता है। जानिए आपकी सेहत के लिए कौन सा नमक फायदेमंद होता है।
सेहत के लिए कौन सा नमक सबसे अच्छा हाता है (Best Salt For Health)
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो आपको बदल-बदल कर नमक का सेवन करना चाहिए। पिंक हिमालयन सॉल्ट हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है। काला नमक खाने से पेट और पाचन की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा टेबल सॉल्ट खाने से शरीर में आयोडीन की कमी को पूरा किया जा सकता है। आप सभी नमक के अलग-अलग कुछ दिनों के लिए खाते रहें। इससे शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते रहेंगे। आप जो भी नमक खाएं सीमित मात्रा में ही खाएं।
नमक कितने प्रकार का होता है? (All Type Of Salt)
- टेबल साल्ट- ज्यादातर घरों में यही नमक इस्तेमाल किया जाता है। ये सबसे कॉमन साल्ट है, जो जमीन में पाए जाने वाले लवणीय तत्वों मिलकर तैयार किया जाता है। इस नमक को साफ करके इसमें आयोडीन मिलाकर तैयार किया जाता है। इससे घेंघा जैसी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।
- सेंधा नमक- व्रत उपवास में लोग इस नमक का इस्तेमाल करते हैं। इसे शुद्ध माना जाता है। सेंधा नमक को हिमालय नमक और पिंक साल्ट भी कहते हैं। चट्टानों से खोदकर इस नमक को तैयार किया जाता है। ये हल्के पिंक रंग का होता है। सेहत के लिए पिंक सॉल्ट फायदेमंद होता है।
- कोशेर साल्ट- ये तेजी घुलने वाला नमक होता है, जिसका उपयोग नॉनवेज पर छिड़कने के लिए भी किया जाता है। ये टेबल सॉल्ट से मोटा होता है।
- समुद्री नमक- समुद्री के पानी सो सुखाकर इस नमक को तैयार किया जाता है। दूसरे नमक से ये कम साफ और मोटे दाने वाला होता है। समुद्री नमक में जिंक, पोटैशियम और आयरन काफी होता है।
- सेल्टिक सी सॉल्ट- फांस के समुद्री तट पर ज्वार भाटे से जो तालाब भर जाते हैं वहां से इस नमक को तैयार किया जाता है। फ्रेंच में इसे सेल ग्रीस नमक कहते हैं। फिश और मीट को बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
- फ्लिउर दे सेल- सीफूड, चॉकलेट, कैरेमल और नॉनवेज बनाने के लिए इस नमक का उपयोग किया जाता है। फ्रांस के ब्रिटनी में ज्वार वाले पुल से इस नमक को तैयार करते हैं और इसे सूरज की रौशनी में निकाला जाता है।
- काला नमक- हिमालयी क्षेत्रों में काला नमक पाया जाता है। काला नमक पाचन के लिए अच्छा होता है। इसे भट्टी में कई जड़ी-बूटी और छालों के साथ मिलाकर चारकोल के बीच पकाया जाता है। कई आयुर्वेदिक दवाओं में भी काला नमक इस्तेमाल होता है।
- फ्लेक साल्ट- इस नमक में खनिक की मात्रा काफी कम होती है। इसेक वाष्पीकरण करके निकाला जाता है। इसकी पतली लेयर जमा होती है जिससे सफेद रंग का नमक तैयार किया जाता है।
- ब्लैक हवाईयन सॉल्ट- इस नमक को समुद्र से निकालकर बनाया जाता है। ब्लैक लावा सॉल्ट भी इसे कहते हैं। एक्टीवेटेड चारकोल होने की वजह से ये नमक गहरे काले रंग का होता है।
- स्मोक्ड साल्ट- इस नमक को लकड़ी के धुएं से स्मोकी बनाया जाता है। नमक को करीब 15 दिन तक आग के धुंए में रखा जाता है। कई देशों में खाना बनाने के लिए इस नमक का इस्तेमाल किया जाता है।
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