मौसम अब धीरे-धीरे बदलने लगा है। जल्द वसंत का मौसम आने वाला है। वसंत ऋतु को लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। ठंड और गर्मी की तरह वसंत ऋतु में भी खान-पान और रहन सहन को बदलने की जरूरत होती है। स्प्रिंग सीजन में कुछ चीजों से परहेज करना जरूरी है। बाहर मौसम बदलते ही शरीर में कई तरह के परिवर्तन आने लगते हैं। ऐसे में जरा सी लापरवाही शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए बदलते मौसम में डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए। हालांकि बहुत सारे लोगों को नहीं पता होता कि मौसम के हिसाब से क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। आइये जानते हैं वसंत के सीजन में किन चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए।
मौसमी फल और सब्जियां खाएं
वसंत ऋतु में आपको सीजन के हिसाब से फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए। डाइट में ज्यादा से ज्यादा मौसमी सब्जी और फलों का सेवन करें। इस मौसम में आपको पालक, गाजर, सरसों का साग, बीन्स, चुकंदर, पत्ता गोभी, फूल गोभी, मटर जैसी सब्जियां खानी चाहिए।
वहीं डाइट में फलों को भी जरूर शामिल करें। वसंत में सेब, अंगूर, केला, अनार, पपीता और बेर जैसे फलों का सेवन करना फायदेमंद होता है। इस सीजन में अमरूद, स्ट्रॉबेरी और अंगूर भी खूब आते हैं। रोजाना 1-2 फल जरूर खाने चाहिए।
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चन्दन के तेल से करें मालिश- इस मौसम में आपको चंदन के तेल से मालिश करनी चाहिए। स्प्रिंग मौसम में चंदन के तेल से मालिश करना शरीर को आराम पहुंचाता है। इस तेल की मालिश करने से शरीर की थकान दूर हो जाएगी और आप काफी रिफ्रेश फील करेंगे।
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नियमित व्यायाम करें- शरीर को फिट रखने के लिए रोजाना फिजिकल एक्टिविटी करें। स्प्रिंग सीजन एक्सरजाइस के लिए परफेक्ट होता है। इस मौसम में आप सुबह या शाम कभी भी आधा घंटे व्यायाम जरूर करें। इससे आप फिट रहेंगे और बीमारियों से दूर रहेंगे।
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शहद का इस्तेमाल करें- शहद को गुणों का भंडार माना जाता है। मोटापा, सर्दी खांसी और गले की खराश दूर करने के लिए शहद का इस्तेमाल करें। इस मौसम में अगर सर्दी जुकाम होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए वसंत के मौसम कम से कम 2-3 दिन शहद का इस्तेमाल करें।
इन गलतियों से बचें
- ज्यादा तला भुना न खाएं
- खट्टी और मीठी चीजें एक साथ न खाएं
- ठंडे की बजाय गुनगुने पानी से नहाएं
- शराब का सेवन बिल्कुल न करें
- पर्याप्त नींद लें
- ज्याद हैवी खाना न खाएं