Highlights
- रेक्टल कैंसर में, मलाशय में घातक कैंसर की कोशिकाएं बनती हैं।
- Dostarlimab दवा से 18 रेक्टल कैंसर से पीड़ित मरीज पूरी तरह ठीक हो गए।
Dostarlimab नाम की दवाई की खोज ने एक बड़ी खुशखबरी दी है, क्योंकि कैंसर अब लाइलाज नहीं रहा। यह दवाई रेक्टल कैंसर के 18 मरीजों को दी गई, 6 महीने तक इन मरीजों ने दवा ली और 6 महीने बाद सभी 18 मरीज पूरी तरह से कैंसर फ्री हो गए। आखिर ये रेक्टल कैंसर है क्या और कैसे ये दवा कैंसर के मरीजों को ठीक कर रही है, आइए जानते हैं।
Dostarlimab क्या है?
संयुक्त राज्य अमेरिका में एक नैदानिक परीक्षण में भाग लेने वाले सभी 18 रेक्टल कैंसर रोगियों को ठीक किया गया। देश के मशहूर मेमोरियल स्लोअन केटरिंग कैंसर सेंटर में ये मेडिकल चमत्कार हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के इतिहास में शायद यह पहली बार है कि एक प्रायोगिक प्रक्रिया सबसे खतरनाक बीमारी के खिलाफ इतनी सफल रही। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 मरीजों ने छह महीने तक डोस्टारलिमैब नाम की दवा ली। सभी रोगियों में सिर्फ दवाई के बाद 6 महीने में कैंसर के ट्यूमर गायब हो गए। न्यूयॉर्क स्थित अस्पताल के एक शोधकर्ता डॉ लुइस ए. डियाज़ जे ने कहा कि यह मानव जाति के कैंसर के खिलाफ युद्ध में एक बड़ी सफलता है।
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रेक्टल कैंसर क्या है?
रेक्टल कैंसर में, मलाशय के ऊतकों में घातक कैंसर की कोशिकाएं बनती हैं। मलाशय के कैंसर के प्रमुख लक्षणों में से एक मल में खून आना है। इसके अलावा गुदाक्षेत्र में खुजली होना, लाल होना आदि भी इसके लक्षण हो सकते हैं। मलाशय शरीर के विस्तृत पाचन तंत्र का एक हिस्सा है। मलाशय और गुदा प्रणाली के अंतिम दो भाग हैं और पाचन के बाद अपशिष्ट पदार्थ को शरीर से बाहर निकालने का काम करते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक रेक्टल कैंसर के लिए कुल पांच साल की जीवित रहने की दर 63 प्रतिशत है। जिन लोगों का कैंसर मलाशय से नहीं फैला है, उनके लिए पांच साल की जीवित रहने की दर 91 प्रतिशत है।
रेक्टल कैंसर के लक्षण
रेक्टल कैंसर में मल में रक्त, कब्ज, दस्त, मल का असामान्य आकार, गैस, पेट दर्द, सूजन, भूख में बदलाव, अचानक वजन घटना, थकान आदि है।
Dostarlimab क्या है?
Dostarlimab एक प्रायोगिक दवा है। इसमें प्रयोगशाला द्वारा निर्मित अणु होते हैं। यह स्थानापन्न एंटीबॉडी के रूप में कार्य करता है। इसे जेम्परली ब्रांड नाम से बेचा जाता है। इसे 2021 में संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ में चिकित्सा उपयोग के लिए अनुमोदित किया गया था। इसके दुष्प्रभावों में उल्टी, जोड़ों का दर्द, खुजली, दाने, बुखार आदि शामिल हैं।
अध्ययन में भाग लेने वाले 18 रोगियों को रेक्टल में कैंसर था और ये कैंसर शरीर के दूसरे भागों में नहीं फैला था। ये मरीज कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी जैसे पारंपरिक कैंसर उपचार से गुजरने की योजना बना रहे थे। हालांकि जब वे इस प्रयोग का हिस्सा बने और जब रिजल्ट आया तो सबकी आंखों में खुशी के आंसू थे। हालांकि इतने छोटे परीक्षण में दवा की प्रभावशीलता का पता नहीं लगाया जा सकता है। दवा की प्रभावशीलता के रूप में अंतिम तस्वीर खींचने के लिए बड़ी संख्या में रोगियों को शामिल करते हुए एक बहुत बड़ा अध्ययन करना होगा।