क्या आपको देर रात तक जागने की आदत है? क्या आप रात 11 बजे के बाद ही सोते हैं? अगर ऐसा है तो अलर्ट हो जाइए। आज से इस आदत तो बदलकर जल्दी सोने की आदत डाल लीजिए। खाते-पीते, मोबाइल स्क्रॉल करते, कब रात के 12-1 बज जाते हैं पता ही नहीं चलता। अब 'द ग्रेट इंडियन स्लीप स्कोरकार्ड' के नाम से जारी रिपोर्ट में बेहद डरावनी बातें सामने आई हैं। भारत कम नींद की परेशानी से जूझने वाला दुनिया में दूसरा बड़ा देश बन गया है और वो इसलिए कि 58 फीसदी भारतीय रात 11 बजे के बाद सोते हैं। जिसका असर उनकी सेहत पर पड़ रहा है। लोगों की उम्र घट रही है। देर से सोने की जो सबसे बड़ी वजह है वो है मोबाइल फोन। भारत में 88% लोग सोने से पहले सेल फोन का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें 54% लोग बेमतलब सोशल मीडिया पर वक्त बर्बाद करते हैं। ये ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। क्योंकि 2019 में 62% लोग ही सोने से पहले मोबाइल का इस्तेमाल करते थे।
यही वजह है कि 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जनरल मेडिकल साइंस' लोगों से अपना टाइम-टेबल ठीक करने की अपील कर रहा है। देर से सोने पर इम्यूनिटी कमजोर होती है। मोटाबॉलिज्म स्लो होने से लाइफ स्टाइल की तमाम बीमारियों जैसे मोटापा, इनडायजेशन, एंग्जायटी,डिप्रेशन का रिस्क बढ़ता है। और दिक्कत ये है कि बिगड़ा लाइफ स्टाइल कई दूसरी बीमारियों की भी वजह बनता है। अब जैसे 'लाइपोमा' को ही ले लीजिए, जिसमें हाथ-पैर, गर्दन, कमर या शरीर के किसी भी हिस्से में गांठें उभर आती हैं। और जिसका मॉडर्न मेडिकल साइंस में सीधा इलाज सर्जरी ही है। हालांकि योगिक आयुर्वेदिक तरीके गांठों से छुटकारा दिलाने में बेहद कारगर हैं। योगगुरु स्वामी रामदेव से जानते हैं इसका इलाज
कहां-कहां होता है लाइपोमा
- गर्दन
- चेहरा
- पीठ
- माथा
- पैर
- हाथ
क्यों बनती हैं गांठें?
- मेटाबॉलिजम स्लो होने से खाना नहीं पचता
- इससे शरीर में फैट बढ़ने लगता है
- एक्स्ट्रा फैट की गांठे बन जाती है
- रबड़ जैसी गांठ स्किन पर उभरती है
- ज्यादातर गांठे बिनाइन होती हैं
- सिर्फ 1% मामले कैंसर गांठ वाले
लाइपोमा क्या है?
- स्किन का सबसे कॉमन ट्यूमर
- सभी गांठ कैंसर नहीं
- 1% से भी कम मामलों में कैंसर
लाइपोमा कैसे पहचानें?
- गर्दन, कंधे, हाथ, कमर, पेट पर होती है
- गांठ में ज्यादा दर्द नहीं होता
- नस पर दबाव से हल्का दर्द होता है
- ज्यादातर 1.2 इंच से बड़ी नहीं होती
गांठ को इग्नोर ना करें, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
- अगर उम्र 40 साल से ज्यादा है
- अगर गांठ लगातार बढ़ रही है
- गांठ 1.2 इंच से बड़ी है
- अगर गांठ बहुत सख्त है
- गांठ के साथ दूसरे लक्षण भी हैं
रोज़ योग के फायदे
- एनर्जी बढ़ेगी
- बीपी कंट्रोल
- वजन कंट्रोल
- शुगर कंट्रोल
- नींद में सुधार
- बेहतर मूड
मजबूत इम्यूनिटी कैसे होगी?
- गिलोय-तुलसी काढ़ा
- हल्दी वाला दूध
- मौसमी फल
- बादाम-अखरोट
'इम्यूनिटी बूस्टर' चीजें
- खट्टे फल खिलाएं
- विटामिन-C मिलेगा
- कुछ देर धूप में बिठाएं
- विटामिन-D बढ़ेगा
- हरी सब्जियां खिलाएं
- बच्चों को हल्दी
- वाला दूध पिलाएं