Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. हेल्थ
  3. अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वेरिएंट है 'Kraken', विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने किया अलर्ट

अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वेरिएंट है 'Kraken', विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने किया अलर्ट

कोरोना वायरस लगातार अपने रूप बदल रहा है। हाल ही में एक नया वेरिएंट 'Kraken' आया है। लेकिन, सवाल यह है कि ये है क्या। आइए, जानते हैं।

Written By: Pallavi Kumari
Published on: January 06, 2023 12:08 IST
Kraken- India TV Hindi
Image Source : KRAKEN_WHO Kraken

दुनियाभर में इस समय कोरोना के एक नए वेरिएंट की चर्चा हो रही है। इसका नाम 'क्रैकेन (Kraken) है जो कि ऑमिक्रॉन XBB  का सबवैरिएंट XBB.1.5 है। दरअसल, इस वेरिएंट को अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट बताया जा रहा है। ये हम नहीं हाल ही में आया विश्व स्वास्थ्य संगठन का बयान बताया जा रहा है। इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया है कि ओमिक्रोन के इस सब वेरिएंट  की पहचान लगभग 28 देशों में की गई है। इससे संभावना जताई जा रही है कि आगे चल कर ये और तेजी से फैल सकता है। इसके अलावा भी इसके बारे में बहुत कुछ बताया गया है, आइए जानते हैं विस्तार से।  

WHO

Image Source : WHO
WHO

XBB.1.5 को 'Kraken' नाम क्यों दिया गया है?

दरअसल, बहुत से लोग इस बारे में जानना चाहते हैं कि आखिरकार ऑमिक्रॉन XBB वेरिएंट के सबवैरिएंट XBB.1.5 को Kraken नाम क्यों दिया गया है। तो, बता दें कि WHO द्वारा बुलाई गई एक विशेषज्ञ समूह द्वारा ये नाम दिया गया है। 'Kraken'  असल में ग्रीक पौराणिक कथाओं (greek mythology) में एक समुद्री राक्षस का नाम है। 

Kraken

Image Source : FREEPIK
Kraken

स्वामी रामदेव के बताए इन उपयों से स्वस्थ रखें अपने फेफड़े, नहीं होंगे निमोनिया और सर्दी-जुकाम के शिकार

अमेरिका में 41% कोविड मामले Kraken के

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में 41 प्रतिशत मामले Kraken के हैं। अमेरिका के बाद यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ हिस्सों में भी इसके मामले पाए गए हैं।

covid_19

Image Source : PTI
covid_19

गठिया होने से पहले शरीर के इन अंगों में नजर आते हैं ये 3 बदलाव, शुरुआत में ही करें इसकी पहचान

क्यों बताया जा रहा है सबसे ज्यादा संक्रामक?

WHO की कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वैन केरखोव की मानें तो 29 देशों में इनके मामले पाए गए हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि उप-वैरिएंट में वायरस के लिए एक प्रमुख रिसेप्टर ACE2 के लिए अधिक मजबूत संबंध है, जो इसे अधिक आसानी से बांधने और इसे तेजी से फैलाता है। इसके अलावा XBB.1.5 वेरिएंट इम्यून सिस्टम से भी बच जा रहा है। इसका मतलब है कि यह शरीर की नेचुरल इम्यूनिटी या टीकों द्वारा प्रदान की गई इम्यूनिटी से बच सकता है और लोगों को फिर से संक्रमित कर सकता है।

Latest Health News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें हेल्थ सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement