हार्ट अटैक, डायबिटीज और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के अलावा भी दुनियाभर में ऐसी कई बीमारियां हैं, जो मौत का कारण बन रही हैं। हम बात रहे हैं है एक गंभीर बैक्टीरियल इंफेक्शन की, जिसकी वजह से दुनियाभर में मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ने लगा है। द लैंसेट (The Lancet) की रिपोर्ट की मानें तो, दुनिया भर में होने वाली मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण बनता जा रहै है ई कोलाई इंफेक्शन। इस बैक्टीरियल इंफेक्शन को ई कोलाई इंफेक्शन (E- Coli Infection) या Escherichia coli Infection भी कहा जाता है। जो ई कोलाई बैक्टीरिया से होता है। आइये जानते हैं मानसून में ये बैक्टीरिया क्यों इतना खतरनाक हो जाता है?
क्या है ई कोलाई इंफेक्शन? (What Is E- Coli Infection)
दरअसल ई कोलाई एक बैक्टीरिया जो हमारे आस-पास मिट्टी में, हवा में और हमारी आंतों में भी रहता है। ये बैक्टीरिया असल में हानिकारक बैक्टीरिया नहीं है। ई कोलाई माइक्रोबायोटा को हेल्दी रखते हैं जो पेट के सही फंक्शन के लिए जरूरी है। ये बैक्टीरिया विटामिन के का भी कारण बनता है। ये बैक्टीरिया बिना ऑक्सीजन वाले वातावरण में भी जिंदा रह सकता है। इसके विकास के लिए लैक्टोज की जरुरत होती है। लेकिन, जब शरीर में ये बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं तो गड़बड़ी पैदा करते हैं। इससे इंसान बीमार हो सकता है और कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
किडनी के लिए खतरनाक है ई कोलाई बैक्टीरिया
वैसे इंसान के शरीर में टॉयलेट में करीब 130 तरह के बैक्टीरिया होते हैं। जिसमें ई कोलाई बसे कॉमन बैक्टीरिया है। इस बैक्टीरिया के इंफेक्शन से किडनी पर भी असर पड़ता है और कई तरह के किडनी रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
ई कोलाई इंफेक्शन के लक्षण
- पेट में दर्द
- डायरिया
- मतली और लगातार उल्टी
- चक्कर आना और हल्का बुखार
ई कोलाई इंफेक्शन के कारण
- दूषित पानी और खराब खाने की चीजों से ये फैल सकता है।
- कच्ची सब्जियों या कच्चे भोजन के सेवन से ये फैल सकता है।
- गंदे पॉट्स या किसी के मल के जरिए भी आपके अंदर आ सकता है
ई कोलाई इंफेक्शन से कैसे बचें?
- सबसे जरूरी है साफ-सफाई का खास ध्यान रखना
- हर बार खाने से पहले हाथों को साबुन से धोएं
- टॉयलेट के बाद साफ-सफाई का खास ध्यान रखें
- साफ पानी और घर पर बना ताजा खाने ही खाएं
- कच्ची चीजों को खाने से बचें, खासतौर से मानसून में
- अगर खाएं को सब्जी और सलाद को उबालकर ही खाएं