दुनियाभर में ड्रैगन फ्रूट के नाम से जाने वाले फल को अब गुजरात में एक नए नाम से जाना जाएगा। ये ऐलान किसी और ने नहीं बल्कि गुजरात सरकार ने किया है। इस फल के बारे में बात करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि ड्रैगन शब्द का इस्तेमाल ठीक नहीं है। ये फल कमल जैसा दिखता है। इसलिए इस फल का नाम संस्कृत शब्द कमलम से दिया जाता है। गुजरात के मुख्यमंत्री के इस ऐलान के बाद ड्रैगन फ्रूट को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल बढ़ गई है। हर कोई इस फल के बारे में सर्च कर रहा है। ऐसे में आपके लिए ये जानना जरूरी है कि सेहत से जुड़े होने वाले फायदे के अलावा ये फल अपनी कीमत की वजह से भी चर्चा में रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये फल अन्य फलों की तुलना में ज्यादा महंगा मिलता है। जानें इस ड्रैगन फ्रूट की खासियत और इससे सेहत को होने वाले फायदे के बारे में।
जानें क्या है ड्रैगन फ्रूट
ड्रैगन फल को कई जगहों पर पिताया नाम से जाना जाता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि ये फल एक विदेशी फल है जो सिर्फ थाईलैंड, मैक्सिको और सेंट्रल एशिया में पाया जाता है। ये फल सेहत के लिए इतना लाभकारी होता है कि धीरे धीरे भारत में भी इस फल की डिमांड बढ़ गई है। भारत में छत्तीसगढ़ के पंखाजूर क्षेत्र के कापसी गांव में इस फल की खेती होती है जिसके बाद अब कच्छ में भी इसकी खेती शुरू हो गई है।
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अन्य फलों की तुलना में क्यों महंगा होता है ये फल
ड्रैगन फल कई बीमारियों में असरदार है। ये फल देखने में अन्य फलों की तुलना में थोड़ा अलग होता है। बाहर से ड्रैगन फल गुलाबी रंग का और अंदर से सफेद और उसमें काले रंग के तिल जैसे धब्बे होते हैं। इस फल की खासियत की वजह से विदेश में इस फ्रूट की मांग बहुत ज्यादा है। देखते देखते इस फल की डिमांड भारत में भी बढ़ गई है। ज्यादा मांग की वजह से इसकी कीमत में इजाफा हुआ है। आपको बाजार में ये फल 300 से 500 रुपये किलो तक मिलता है।
जानें किन बीमारियों में लाभदायक
ड्रैगन फल मुख्य रूप से डायबिटीज, दिल से संबंधित रोग, चर्म रोग और मोटापा दूर करने में सहायक है।