ब्लड प्रेशर बढ़ना एक गंभीर स्थिति है। जब शरीर में खून का दबाव 90/140 या इसके उपर पहुंच जाता है। तो धमनियो में ब्लड का प्रेशर बहुत बढ़ जाता है। वैसे तो पूरे दिन में कई बार ब्लड प्रेशर बढ़ता और घटता है, लेकिन अगर लंबे समय तक ब्लड प्रेशर हाई रहता है तो इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट अटैक, हार्ट से जुड़ी बीमारियां और स्ट्रोक जैसी कई गंभीर बीमारी हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर का बड़ा कारण लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों को माना जाता है। जिससे कई दूसरी गंभीर बीमारियों का खतरा भी पैदा हो सकता है। इसके अलावा उम्र और जेनेटिक कारण भी इसकी वजह हो सकते हैं। आइये जानते हैं ब्लड प्रेशर बढ़ने से क्या होता है?
ब्लड प्रेशर बढ़ने से क्या होता है?
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एन्यूरिज्म- शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ने से कोशिकाएं कमजोर होने लगती हैं और ये एन्यूरिज्म का रूप ले लेती हैं। एन्यूरिज्म में धमनियों के उभार आने लग जाता है। ये स्थिति काफी गंभीर और खतरनाक हो सकती है।
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हार्ट फेल- बीपी हाई होने से कोशिकाओं पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से हार्ट की मसल्स भारी हो जाती हैं। इस कंडीशन में शरीर की जरूरत के हिसाब से ब्लड फ्लो नहीं होता है। ये दिक्कत हार्ट फेल्योर की समस्या को पैदा कर सकती है।
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हार्ट अटैक- शरीर में ब्लड प्रेशर हाई होने से कोशिकाएं सख्त और मोटी हो जाती हैं, जिसके कारण हार्ट अटैक की स्थिति पैदा हो सकती है। ये हार्ट की दूसरी समस्याओं का भी कारण बन सकता है।
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दिमाग से जुड़ी समस्याएं- जब शरीर में ब्लड प्रेशर कंट्रोल से बाहर होता है तो इसका असर सोचने और सीखने की क्षमता पर भी पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण याददाश्त की समस्याएं भी हो सकती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर की सलाह से दवाएं ले सकते हैं। इसके अलावा रुटीन में अपनी लाइफस्टाइल को ठीक करने की कोशिश करें। इसके लिए जरूरी है कि हाइपरटेंशन से बचें, अपने वजन को बढ़ने ना दें, नियमित व्यायाम करें और समय पर सोने और जागने का ध्यान रखें। इससे दिमाग शांत होगा और धीरे-धीरे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल होने लगेगा।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)